एचआरटीसी चंबा डिपो में घोटाले के पुख्ता सुबूत, निगम के कई कर्मचारियों पर गिर सकती है गाज
हिमाचल पथ परिवहन निगम के चंबा डिपो में चालकों व परिचालकों के ओवरटाइम रात्रि भत्तों में गड़बड़ी के आरोप विभागीय जांच में सही निकले हैं।
शिमला, जेएनएन। हिमाचल पथ परिवहन निगम के चंबा डिपो में चालकों व परिचालकों के ओवरटाइम, रात्रि भत्तों में गड़बड़ी के आरोप विभागीय जांच में सही निकले हैं। सूत्रों के अनुसार यह घोटाला 10 से 15 लाख रुपये का पाया गया है। अभी कुछ डाटा कंपाइल हो रहा है। इसलिए कथित तौर पर डकारी की गई राशि बढ़ भी सकती है। जांच रिपोर्ट कर एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक को सौंपी जाएगी। वही तय करेंगे कि आगे किस पर क्या कार्रवाई करनी है।
मामले की जांच के बाद कइयों पर गाज गिरनी तय है। अभी मामले में चंबा डिपो में तैनात ऑडिटर निलंबित हो चुका है। आरोप है कि उसने निगम प्रबंधन को सहयोग नहीं किया। जांच दल के साथ भी सहयोगात्मक रवैया नहीं रहा। वहीं लापता कैशियर का कोई पता नहीं लग पाया है। वह 29 जून को कार्यालय आया था, लेकिन दोपहर बाद से कहीं गायब हो गया है।
जांच दल शिमला लौट गया है। मामले में क्या निकला, इसकी मुझे जानकारी नहीं है। सीनियर ऑडिटर को निलंबित कर दिया है, जबकि लापता कैशियर का अभी तक कुछ भी पता नहीं चल पाया है। -सुभाष सन्होत्रा, क्षेत्रीय प्रबंधक, चंबा डिपो।
मामला गंभीर है। चालकों, परिचालकों के गाढ़े पसीने की कमाई डकारने वाले बेनकाब होने चाहिए। संघ ने इस बारे में मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन में शिकायत की थी। इस लेकर अब निगम प्रबंधन को पुलिस में एफआइआर दर्ज करवानी चाहिए। उम्मीद है कि सरकार इस मामले की तह तक कारवाई करेगी। -शंकर सिंह ठाकुर, प्रदेशाध्यक्ष, हिमाचल परिवहन मजदूर संघ