हिमाचल पुलिस के ड्रग्स फ्री एप पर करें अापराधिक घटना की शिकायत, गुप्त रहेगा नाम और पहचान
Drugs Free App डीजीपी ने कहा ड्रग्स फ्री एप पर अब नशे की ही नहीं अन्य मामलों की शिकायत भी की जा सकेगी।
शिमला, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश पुलिस के महानिदेशक एसआर मरड़ी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा प्रदेश में 2018 की तुलना में 2019 में दुष्कर्म को छोड़कर संगीन अपराधों में कमी आई है। आइपीसी क्राइम में 146 एफआईआर की कमी आई है। तीन दशक में 2019 में सबसे कम हत्या के मामले दर्ज हुए हैं। डीजीपी ने कहा ड्रग्स फ्री एप पर अब नशे की ही नहीं अन्य मामलों की शिकायत भी की जा सकेगी। इसमें बड़ी बात यह है कि शिकायतकर्ता का नाम व पता पूरी तरह से गोपनीय रखा जाएगा। यहां तक की मोबाइल नंबर का भी शिकायत में जिक्र नहीं होगा। डीजीपी ने कहा ऐसा करने वाला हिमाचल देश का पहला राज्य बन गया है।
डीजीपी ने कहा इस एप के जरिए खनन, किसी भी तरह का अपराध व पुलिस की मनमानी की शिकायत भी की जा सकती है। पुलिस इस एप के साथ्ा एक लाख से ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए अभियान चलाएगी, ताकि लोगों की सहभागिता से अपराध पर नकेल कसी जा सके।
डीजीपी ने कहा हिमाचल प्रदेश में पहली बार ग्रेजुएट कांस्टेबल को मामलों की जांच का जिम्मा सौंपा गया। एक हजार से ज्यादा कांस्टेबल को 1399 मामले जांच के लिए सौंपे गए। कांस्टेबल इसमें पुलिस अधिकारियों के विश्वास पर खरे उतरे हैं। हिमाचल पुलिस ने अपने जवानों पर 755 बॉडी कैमरा लगाए हैं, इस आंकड़े को और बढ़ाया जाएगा।
10 लाख से ज्यादा चालान कर वसूले 30 करोड़ रुपये
एक साल में 10 लाख 65 हजार 549 ई चालान किए गए व 30 करोड़ 42 लाख जुर्माना वसूला गया। एनडीपीएस एक्ट के तहत 1925 आरोपितों की गिरफ्तारी भी हुई। पिछले साल के मुकाबले 203 आरोपित ज्यादा पकड़े गए। आठ किलो हेरोइन और चिट्टा बरामद किया गया। खनन माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की, सात हजार चालान काटकर तीन करोड़ 35 लाख जुर्माना वसूल किया गया। सड़क हादसों में इस बार बीते साल की तुलना में 98 मौतें कम हुईं।