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108 पर निर्भर कांगड़ा का स्वास्थ्य विभाग

मुनीष गारिया धर्मशाला कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग अप

By JagranEdited By: Published: Thu, 05 Aug 2021 06:00 AM (IST)Updated: Thu, 05 Aug 2021 06:00 AM (IST)
108 पर निर्भर कांगड़ा का स्वास्थ्य विभाग
108 पर निर्भर कांगड़ा का स्वास्थ्य विभाग

मुनीष गारिया, धर्मशाला

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कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर पर दावे कर रहे हैं लेकिन अभी तक बहुत सी कमियां सामने आ रही हैं। स्वास्थ्य विभाग अस्पतालों में आइसीयू की क्षमता नहीं बढ़ा पा रहा है और जिलेभर में अभी तक केवल 60 ही आइसीयू बेड हैं।

हालांकि प्रशासन की ओर से मई में दावा किया जा रहा था कि 20 अतिरिक्त आइसीयू मंगवाए जा रहे हैं, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ है। इसके अलावा मरीजों को घरों से अस्पताल पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास अपनी एंबुलेंस का भी प्रबंध नहीं है। जिला प्रशासन मरीजों को लाने व ले जाने के लिए 108 आपातकालीन सेवा पर ही निर्भर है।

स्वास्थ्य विभाग के पास अभी दो एंबुलेंस हैं। एक सिविल अस्पताल ज्वालामुखी की है और दूसरी जून में ही उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर ने सिविल अस्पताल डाडासीबा को दी है। इसके अलावा अन्य किसी भी उपमंडल में विभाग के पास कोई एंबुलेंस नहीं है। हालांकि कहने को विभाग के पास दो एंबुलेंस हैं, लेकिन उनमें से सिविल अस्पताल ज्वालामुखी वाली एंबुलेंस को मरीजों को ढोने के लिए उपयोग ही नहीं किया जा सकता। इसका कारण यह है कि अधिकतर समय यह एंबुलेंस वीआइपी प्रोटोकाल में ही रहती है। एंबुलेंस की कमी से कोरोना की दूसरी लहर में स्वास्थ्य विभाग की फजीहत भी हुई थी। अप्रैल में उपमंडल ज्वालामुखी के एक कोरोना पाजिटिव के स्वजन ने एंबुलेंस मंगवाई थी, लेकिन डेढ़ घंटा देरी से पहुंचने के कारण मरीज ने वहीं दम तोड़ दिया था। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग पर कई सवाल उठे थे। समय पर एंबुलेंस सेवा देने के विभाग की फूली सांसों को देखते हुए उपमंडल शाहपुर के युवा नेता कार्निक पाधा ने निजी गाड़ी को एंबुलेंस के रूप में कोरोना मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने के काम में लगा दिया था।

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108 की 25 गाड़ियों से चलाया जा रहा काम

108 आपातकालीन स्वास्थ्य सेवा प्रबंधन हिमाचल प्रदेश का संचालन जिला सोलन में धर्मपुर से होता है। जिला कांगड़ा में 25 गाड़ियां तैनात की हैं। अगर किसी मरीज को जरूरत पड़ती है तो जिला स्वास्थ्य अधिकारी के माध्यम से सूचित करने के बाद 108 की सेवा दी जाती है। इसके अलावा सामान्य तौर पर लोग स्वत: भी 108 पर फोन कर स्वास्थ्य सेवा का लाभ ले सकते हैं।

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इंदौरा अस्पताल में धूल फांक रही एंबुलेंस

सिविल अस्पताल इंदौरा में एक संस्था की ओर से एंबुलेंस दी गई थी, लेकिन विभाग उसका उपयोग ही नहीं कर पा रहा है। विभाग ने अभी तक उसे अपने अधीन नहीं लिया और न ही संस्था उसका संचालन कर रही है। ऐसे में इंदौरा अस्पताल की एंबुलेंस धूल ही फांक रहीं है।

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108 प्रबंधन ने जिले में 25 एंबुलेंस लगाई हैं। कोरोना के दौरान मुख्य रूप से जिला स्वास्थ्य अधिकारी के आदेश के अनुसार एंबुलेंस भेजी जाती हैं। पिछले दिन कुछ कमियों की बात की जा रही थी, लेकिन अब स्थितियां सुधार ली हैं।

-विकास, जिला प्रभारी, 108। .....................

स्वास्थ्य विभाग कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयार है। लगभग सभी तैयारियां हो चुकी हैं। पिछले माह भी उद्योग मंत्री ने एक एंबुलेंस दी है। इसके अलावा 108 की गाड़ियों का उपयोग किया जा रहा है।

-डा. विक्रम कटोच, जिला स्वास्थ्य अधिकारी, कांगड़ा।


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