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अष्टमी मेले के पहले ही दिन खुली प्रबंधों की पोल

श्रावण अष्टमी मेले के पहले दिन ही श्रद्धालुओं को दी जा रही सुविधाओं की पहले ही दिन पोल खुल गई।

By Edited By: Published: Mon, 13 Aug 2018 12:43 AM (IST)Updated: Mon, 13 Aug 2018 10:09 AM (IST)
अष्टमी मेले के पहले ही दिन खुली प्रबंधों की पोल

कांगड़ा, जेएनएन। श्रावण अष्टमी मेले के पहले दिन ही श्रद्धालुओं को दी जा रही सुविधाओं व सुरक्षा की पोल खुल गई। यात्री सदन की पार्किंग में बैठने के लिए कुछ समय के लिए यहां तनाव हो गया। कुछ श्रद्धालु पार्किंग में वक्त गुजारने के लिए भीतर बैठ सके, जबकि ज्यादातर को परेशान होना पड़ा। रविवार को यात्री सदन परिसर में श्रद्धालुओं के ट्रक, ट्राले व अन्य वाहन पार्क हुए। यहां पहुंचे ज्यादातर श्रद्धालु कमरे की बजाय पार्किंग के भवन में ही गद्दे व दरियां डालकर ठहरने की बात कह रहे थे और कुछ किराया भी इसके बदले में देने के लिए कह रहे थे।

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यात्री सदन में बिजली व पानी न होने की समस्या के कारण यात्री सदन के कर्मचारियों ने श्रद्धालुओं को कमरे किराये पर नहीं दिए। बखेड़ा तब शुरू हो गया, जब पार्किंग में पहले से ही गद्दे व दरियां डालकर बैठे कुछ श्रद्धालुओं के साथ अन्य श्रद्धालुओं को वहां न बैठने का फरमान वहां काम करने वाली एक महिला व उसके परिवार के सदस्यों ने जारी कर दिया। बिना किसी इजाजत के रह रही महिला ने पार्किंग के द्वार पर ताला जड़ दिया। इस कारण वहां पर पार्किंग के बाहर खड़े यात्री भड़क गए। पंजाब निवासी जगरूप ¨सह, बनारसी व जरनैल ¨सह ने पार्किंग के संचालक व मालिक को फोन करके शिकायत की। उन्होंने कहा कि यहां पर कुछ श्रद्धालुओं को तो यात्री सदन की पार्किंग में बैठने दिया जा रहा है, जबकि कुछ श्रद्धालु बाहर हैं। उन्होंने व्यवस्था पर भी सवाल उठाए।

 बेखौफ बनेर खड्ड में उतरे श्रद्धालु

बनेर खड्ड में बेखौफ होकर श्रद्धा की डुबकी श्रद्धालु लगा रहे हैं। श्रद्धालुओं को खड्ड में न उतरने देने के दावे करने वाले अधिकारियों के दावों की पोल इससे खुल गई है। रविवार को यहां मालवाहक वाहनों में पहुंचे श्रद्धालु बेखौफ खड्ड में उतरे, जबकि उन्हें रोकने के लिए कोई भी सुरक्षा जवान मौजूद नहीं था। अक्सर दुर्घटना के बाद प्रशासन लकीर पीटता है।

यात्री सदन में बिजली पानी नहीं था, इसलिए श्रद्धालुओं को कमरे किराये पर नहीं दिए गए, ताकि उन्हें कोई असुविधा न हो। ज्यादातर श्रद्धालु पार्किंग में ठहरने की जिद कर थे, इसके लिए उन्होंने इंकार किया है। ऐसे कोई निर्देश नहीं है कि किसी को कमरों की बजाय पार्किंग में ठहराया जाए। -नीरज कुमार, यात्री सदन के प्रबंधक। -

श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो, इसके पुख्ता इंतजाम हैं, लेकिन कहीं दिक्कत है तो इसकी पड़ताल करेंगे। बनेर में सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी लगाई है। जो कोताही बरतेगा, उसके कार्रवाई होगी। शशि पाल नेगी, एसडीएम कांगड़ा।


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