Move to Jagran APP

शिमला निवासी से विदेशी महिला ने आनलाइन ट्रेडिंग से ठगे 10 लाख

पे बैंड से वंचित पुलिस कर्मियों को फिलहाल राहत मिलने के आसार नहीं है। इस मामले में गठित कमेटी की रिपोर्ट के लिए कुछ दिन और इंतजार करना होगा। कमेटी प्रमुख आइजी एपी ङ्क्षसह के अवकाश से लौटने के बाद ही रिपोर्ट डीजीपी को सौंपी जा सकेगी।

By Neeraj Kumar AzadEdited By: Published: Sat, 18 Dec 2021 11:06 PM (IST)Updated: Sat, 18 Dec 2021 11:06 PM (IST)
शिमला निवासी से विदेशी महिला ने आनलाइन ट्रेडिंग से ठगे 10 लाख।

शिमला, राज्य ब्यूरो।अगर आप आनलाइन ट्रेङ्क्षडग कर रहे हैं तो सावधान हो जाएं। ट्रेङ्क्षडग के नाम पर साइबर ठग सक्रिय हो गए हैं। ऐसा ही मामला शिमला में सामने आया है। यहां एक कारोबारी को विदेशी महिला ने आनलाइन ट्रेडिंग से दस लाख का चूना लगाया। घटना के 24 घंटे के अंदर सीआइडी के साइबर थाने में शिकायत दर्ज की गई। साइबर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर संबंधित एप के दो बैंक खाते सीज करवाए। अब शिकायतकर्ता को ठगी का सारा पैसा रिफंड करवा दिया है।

loksabha election banner

ऐसे दिया ठगी को अंजाम

शिमला के प्रवीण कुमार नामक व्यक्ति ने शिकायत में बताया कि उसने विदेशी महिला के कहने पर आनलाइन ट्रेङ्क्षडग की। पहले दो लाख निवेश किए। बदले में प्रतिमाह कमीशन मिली। इसके बाद पांच लगाए निवेश किए। बाद में दस लाख निवेश कर लिए, लेकिन महिला ने कोई रिस्पांड नहीं किया। बाद में पता चला कि साइबर अपराधी द्वारा ठगी के उद्देश्य से कंपनी का साफ्टवेयर डिजाइन करके ठगी को अंजाम दिया गया है। जांच में निवेश का विश्लेषण पाया कि राशि मेनङ्क्षवग गोल्ड में निवेश की गई है ।

एडवायजरी की जारी

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक साइबर क्राइम नरवीर राठौर के अनुसार लोगों को ठगी की घटनाओं से बचाने के लिए एडवायजरी जारी की गई है। इनमें लोगों को सावधान रहने को कहा गया है। इसमें आशंक जताई गई है कि प्रदेश में भी विभिन्न प्रकार के आनलाइन ट्रेङ्क्षडग फ्राड हो सकते हैं। जालसाज गारंटेड रिटर्न का वादा करते हैं और लोगों को अपने प्लेटफार्म से जुडऩे या उनकी सेवाओं का उपयोग करने के लिए लुभाने के लिए लग्जरी वस्तुओं और नकली सेलिब्रिटी विज्ञापन की छवियों का भी उपयोग करते हैं। किसी प्लेटफार्म के लिए साइन अप करने या किसी वित्तीय उत्पाद में निवेश करने से पहले हमेशा अपने स्तर पर जांच पड़ता करें।

अब शराब तस्करों के मामलों की ईडी करेगी जांच

हिमाचल पुलिस संगठित अपराधों से कड़ाई के साथ निपट रही है। इसी कड़ी में पुलिस ने शराब माफियाओं के गिरोहों पर कड़ा शिकंजा करते हुए इनके नेटवर्क को नष्ट किया है। इस संबंध में पुलिस मुख्यालय शिमला में पुलिस महानिदेशक की अध्यक्षता में कार्यरत धन शोधनरोधी प्रकोष्ठ ने कई प्रमुख संगठित अपराधों की जानकारी प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी से साझा की है। जिला ऊना, सोलन से संबंधित हिमाचल प्रदेश आबकारी अधिनियम के तहत ऐसे तीन मामलों की गहन जांच की गई। इन मामलों में 10 से अधिक आरोपित व्यक्तियों की संपत्तियों की जांच कानूनी कार्रवाई के लिए प्रवर्तन निदेशालय को सौंपी गई है। पुलिस इस तरह की कारवाई आबकारी अधिनियम के कई अन्य बड़े मामलों में भी कर जा रही है। इससे पहले ऊना से जुडे अवैध खनन के मामलों को भी जांच के लिए इडी को सौंपा गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.