हिमाचल के अति दुर्गम गांव बड़ा भंगाल में बिना कोरोना टेस्ट नहीं मिलेगा प्रवेश, बीड़ से जाएंगे 78 लोग
Himachal Inaccessible Village Bara Bhangal जिले की अति दुर्गम पंचायत बड़ा भंगाल में डेढ़ साल से कोरोना का कोई मामला नहीं है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण यहां के लोगों की जागरूकता है। भले ही यह पंचायत हिमाचल की सबसे दुर्गम पंचायतों में से एक हो।
बैजनाथ, संवाद सहयोगी। Himachal Inaccessible Village Bara Bhangal, जिले की अति दुर्गम पंचायत बड़ा भंगाल में डेढ़ साल से कोरोना का कोई मामला नहीं है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण यहां के लोगों की जागरूकता है। भले ही यह पंचायत हिमाचल की सबसे दुर्गम पंचायतों में से एक हो। लेकिन यहां के लोग काफी जागरूक हैं। 650 आबादी वाली यह पंचायत छह माह तक बर्फबारी के कारण शेष विश्व से कटी रहती है। नवंबर से लेकर मई तक यहां के अधिकतर लोग छह माह तक बड़ा भंगाल से करीब 80 किलोमीटर दूर बीड़ में आ जाते हैं और गर्मियों में फिर वापस बड़ा भंगाल के लिए रवाना हो जाते हैं। पिछले साल जब कोरोना ने दस्तक दी थी, उस समय भी बड़ा भंगाल के अधिकतर लोग बीड़ में थे।
उस समय बड़ा भंगाल में करीब 50 लोग थे। लेकिन उस समय भी यहां से जाने वाले लोगों को बसों के माध्यम से वाया चंबा होकर भेजा गया था। बड़ा भंगाल तक जाने के लिए दो रास्ते हैं, इनमें एक बीड़ से वाया थमसर होकर पैदल रास्ता है, जो करीब 80 किलोमीटर दूर है, जबकि दूसरा चंबा जिला के होली नयाग्रां से होकर है। यहां से भी बड़ा भंगाल के लोगों को एक लंबा सफर तय करना पड़ता है। इस बार भी बड़ा भंगाल में करीब 200 लोग हैं। जबकि अन्य लोग अभी बीड़ में ही है। बड़ा भंगाल में आजकल यह लोग अपनी फसलों को बीजते हैं। ऐसे में गांव के 78 लोगों ने कर्फ्यू के समय बड़ा भंगाल जाने के लिए सरकार व प्रशासन से पंचायत के माध्यम से जाने के लिए आवेदन किया है। पंचायत ने गांव के सभी लोगों की सुरक्षा को देखते हुए बड़ा भंगाल जाने वाले लोगों के कोरोना टेस्ट करवाने का निर्णय लिया है, ताकि बड़ा भंगाल की दहलीज तक कोरोना का कोई मामला नहीं पहुंच सके।
क्या कहते हैं पंचायत प्रधान
बड़ा भंगाल पंचायत प्रधान मनसा राम भंगालिया का कहना है पंचायत ने इस संदर्भ में निर्णय लिया है कि सभी का टेस्ट करवाया जाए। इसके बाद ही लोगों को बड़ा भंगाल जाने की अनुमति होगी। सरकार द्वारा वाया चंबा होकर जाने के लिए गांव के लोगों को बसें उपलब्ध करवाई जा रही है। गांव में पहुंचने के बाद भी इन लोगों को कुछ दिन अलग रहना होगा।
क्या कहते हैं विधायक
बैजनाथ के विधायक मुलख राज प्रेमी का कहना है बड़ा भंगाल के लोगों की आर्थिकी गांव में खेतीबाड़ी व पशुपालन से जुड़ी हुई है। ऐसे में इन लोगों को बड़ा भंगाल पहुंचाने के लिए बसों का इंतजाम करवाया जा रहा है। बुधवार को इन लोगों को वाया चंबा होकर बड़ा भंगाल भिजवाया जाएगा।