Trauma Center in Paonta Sahib : पांवटा साहिब में ट्रामा सेंटर खोलने की न नड्डा की घोषणा पूरी हुई न मुख्यमंत्री जयराम की
Trauma Center in Paonta Sahib 23 दिसंबर 2016 को तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने पांवटा साहिब में ट्रामा सेंटर खोलने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अप्रैल 2018 में मेडिकल कालेज नाहन में भी ट्रामा सेंटर खोलने का आश्वासन दिया था।
नाहन, राजन पुंडीर।
Trauma Center in Paonta Sahib, जिला सिरमौर में भाजपा के नेताओं की ओर से की गई घोषणाएं कोरी साबित हो रही हैं। 23 दिसंबर 2016 को तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने देहरादून से शिमला जाते हुए एक कार्यक्रम में पांवटा साहिब में तत्कालीन सिरमौर जिला के भाजपा अध्यक्ष सुखराम चौधरी एवं वर्तमान में पांवटा साहिब के विधायक और प्रदेश के ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी व भाजपा के वरिष्ठ नेता मदन मोहन शर्मा के आग्रह पर पांवटा साहिब सिविल अस्पताल में ट्रामा सेंटर खोलने की घोषणा की थी। इसके साथ ही डायलिसिस सेंटर व एमआरआइ की सुविधा की घोषणा भी की। मगर पांच वर्ष बीत जाने के बाद भी कोई भी घोषणा पूरी नहीं हुई।
इसी तरह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अप्रैल 2018 में जिला सिरमौर के नाहन में अपने पहले दौरे के दौरान डा. वाईएस परमार मेडिकल कालेज नाहन में भी ट्रामा सेंटर खोलने का आश्वासन दिया था, मगर यह आश्वासन भी मात्र आश्वासन ही रहा। जिला सिरमौर में एकमात्र मेडिकल कालेज जोकि जिला की पांच लाख आबादी का एकमात्र बड़ा स्वास्थ्य केंद्र है। साथ ही कालाअंब पांवटा साहिब राष्ट्रीय राजमार्ग 07 पर प्रतिदिन हो रही दुर्घटनाओं के घायलों को भी सिविल अस्पताल पांवटा साहिब तथा डा. वाईएस परमार मेडिकल कालेज नाहन लाया जाता है। इन दोनों स्वास्थ्य संस्थानों में कोई भी सुविधा न होने के चलते यहां से घायलों व रोगियों को प्राथमिक उपचार के बाद पीजीआइ चंडीगढ़, लेमन अस्पताल देहरादून तथा आइजीएमसी शिमला रेफर किया जाता है। सिरमौर के यह दोनों बड़े स्वास्थ्य संस्थान रेफर सेंटर बनकर रह गए हैं।
पांवटा साहिब में प्रतिवर्ष हजारों लोग दुर्घटनाओं में घायल होते हैं। जिला सिरमौर में हजारों लोग अब तक दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा चुके हैं। उसका कारण इन लोगों को समय पर स्वास्थ्य चिकित्सा न मिलना तथा नाहन व पांवटा के अस्पतालों में आपरेशन सेंटर, ट्रामा सेंटर व अन्य सुविधाएं न होना शामिल है। यदि पांवटा साहिब तथा नाहन में ट्रामा सेंटर की सुविधा शुरू हो जाती है तो दुर्घटनाओं व आपातकालीन स्थिति के घायलों को तत्काल उपचार की सुविधा मिल जाएगी। जिससे जिला के हजारों लोगों का बहुमूल्य जीवन बचाया जा सकता है।