आचार संहिता हटते ही देवी देवताओं को नजराना देगी सरकार: गोविंद
शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस नेता देवी देवताओं के नाम पर राजनीति कर रही है जो देव समाज के लिए सही नहीं है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के बीच सरकार ने देवी देवताओं का सम्मान रखते हुए पारंपरिक संस्कृति को कायम रखा है
मनाली,जागरण संवाददाता। शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस नेता देवी देवताओं के नाम पर राजनीति कर रही है जो देव समाज के लिए सही नहीं है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के बीच सरकार ने देवी देवताओं का सम्मान रखते हुए पारंपरिक संस्कृति को कायम रखा है और सभी देवी देवताओं को दशहरे में आमंत्रित किया है। कुल्लू दशहरा धूमधाम से मनाया जा रहा है। देवी देवताओं का सम्मान करते हुए सरकार चुनाव आचार सहिंता हटते ही नजराना भेंट करेगी।
मंत्री ने आज नग्गर में आयोजित भाजयुमो सम्मेलन सहित 14 मील में आयोजित ओबीसी के सम्मेलन में लोगों को संबोधित किया। युवा सम्मेलन में उन्होंने युवाओं में ऊर्जा का संचार किया और बूथ स्तर पर काम करते हुए भाजपा प्रत्याशी ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर को भारी मतों से जीताने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि ब्रिगेडियर खुशाल कारगिल युद्ध के नाम से प्रसिद्ध है और देश के वीर सपूतों में उनका नाम शामिल है। मंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति पर सरकार काम कर रही है और युवाओं को विश्व स्तर पर शिक्षा प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का बेहतर प्रयास कर रही है। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष धनेश्वरी ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह दो बार सांसद रही है लेकिन वह सांसद निधि को भी पूर्ण रूप से खर्च नहीं कर पाई है।
उन्होंने कहा कि भाजपा की जन हितेषी नीतियों का ही कारण है कि कई लोग कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो रहे हैं। मनाली मंडल के अध्यक्ष दुर्गा ठाकुर ने मुख्यमन्त्री जयराम ठाकुर व शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर द्वारा किए गए विकास कार्यों से जनता को अवगत करवाया। भाजयुमों जिला अध्यक्ष नवल नेगी नेगी और भाजयुमो मनाली मण्डल के अध्यक्ष जनेश ने कहा कि युवाओं में भारी उत्साह है और युवा वर्ग ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर को सांसद बनाने का मन बना चुके हैं।
इस अवसर पर नादौन के पूर्व विधायक एव एचआरटीसी के उपाध्यक्ष विजय अग्निहोत्री, कारदार संघ के अध्य्क्ष जय चन्द ठाकुर, महिला मोर्चा की अध्यक्ष जिन्दू देवी, नप मनाली उपाध्यक्ष मनोज लार्जे भी उपस्थित रहे।