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विरोध चट कर गया सफाई व्यवस्था

नगर पंचायत बैजनाथ पपरोला में कूड़े कचरे को फैंकने के लिये कोई भी स्थायी डंपिग साइट नगर पंचायत पिछले चार साल से नहीं बना पाई है। लिहाजा कूड़ा- कचरा या तो खुले में जलाया जा रहा है या फिर बिनवा खड्ड के किनारों पर फेंका जा रहा है। बैजनाथ पपरोला नगर पंचायत में कुल 11 वार्ड है और दो मुख्य व्यापारिक केंद्र बैजनाथ और पपरोला के बाजार आते है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Nov 2019 10:17 PM (IST)Updated: Tue, 19 Nov 2019 06:25 AM (IST)
विरोध चट कर गया सफाई व्यवस्था
विरोध चट कर गया सफाई व्यवस्था

मुनीश सूद, बैजनाथ

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नगर पंचायत बैजनाथ-पपरोला में कचरे को ठिकाने लगाने के लिए डंपिंग साइट की तलाश चार साल में भी पूरी नहीं हो पाई है। नतीजा कचरा या तो खुले में जलाया जा रहा है या फिर बिनवा खड्ड के किनारों पर फेंका जा रहा है।

बैजनाथ-पपरोला नगर पंचायत में 11 वार्ड हैं और रोजाना टनों के हिसाब से कूड़ा इकट्ठा होता है। वर्तमान में कचरे के निष्पादन के लिए कोई भी स्थायी हल नहीं हो पाया है। नगर पंचायत ने सबसे पहले पपरोला के बूहली कोठी में पुन्न खड्ड किनारे कचरा फेंकना शुरू किया पर साथ लगती पंचायतों के बाशिंदों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। नतीजा यहां कूड़ा फेंकना बंद कर दिया। इसके बाद बैजनाथ की घट्टाधार की पहाड़ियों के पास कचरे को फेंकना शुरू कर दिया लेकिन यहां भी विरोध शुरू हो गया। इसके बाद नगर पंचायत ने नेशनल हाइवे के किनारे खीरगंगा घाट बिनवा में कचरा फेंकना और जलाना शुरू कर दिया। इस कारण उठने वाली बदबू फैलनी शुरू हुई तो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से नगर पंचायत को चेतावनी मिल गई। हाल ही में धर्मशाला में हुई इन्वेस्टर मीट में आए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य ने नगर पंचायत को फटकार लगाई और साथ ही रोजाना 25000 रुपये जुर्माने की बात कही। इसके बाद नगर पंचायत को कूड़ा जलाना बंद करना पड़ा है। अब नगर पंचायत ने डीसी कांगड़ा से बूहली कोठी में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के पास शामलात 25 कनाल भूमि को विभाग के नाम ट्रांसफर करने के लिए आवेदन किया है और भूमि शहरी विकास विभाग के नाम पर ट्रांसफर हो गई है। यहां विभाग की डंपिग साइट बनाने की योजना है लेकिन जब लोगों को इसकी भनक लगी तो फिर विरोध शुरू हो गया।

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नगर पंचायत की सबसे बड़ी समस्या दोनों कस्बों से निकलने वाले कचरे के निष्पादन की है। अब तो चुनाव के लिए भी एक साल रह गया है। इस दिशा में कदम उठाया जाना चाहिए।

-अक्षय गोयल नगर पंचायत में सबसे बड़ी समस्या साफ सफाई और कूड़े को उठाने की है। लेकिन चार साल पूरे होने तक भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। कूड़ा कभी-कभार उठाया जाता है। नगर पंचायत आज तक डंपिग साइट ही नहीं बना पाई है।

सुखराम नगर पंचायत के गठन को चार साल पूरे होने को हैं लेकिन आज तक न तो सफाई व्यवस्था की हालत सुधरी है और न ही स्थायी डंपिग साइट का कोई हल निकल पाया है।

-रविद्र नगर पंचायत में साफ-सफाई ठीक नहीं होती है। लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जल्द नगर पंचायत को स्थायी डंपिग साइट बनानी चाहिए।

-पप्पी

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पपरोला के बूहली कोठी में शामलात भूमि शहरी विकास विभाग के नाम ट्रांसफर हो गई है। यहां जल्द डंपिंग साइट का निर्माण किया जाएगा।

-रुचि कपूर, चेयरपर्सन, नगर पंचायत बैजनाथ-पपरोला


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