पालमपुर: नगरी में झारखंड निवासी ने दराट से हमला कर की व्यक्ित की हत्या, सिर पर पत्थर भी मारा
Murder at Nagariपालमपुर की नगरी पंचायत के भसमेहड़ गांव में एक व्यक्ित की हत्या का गुत्थी सुलझ गई है।
नगरी, जेएनएन। पालमपुर की नगरी पंचायत के भसमेहड़ गांव में एक व्यक्ित की हत्या का गुत्थी सुलझ गई है। गत रात करीब 9 बजे के आसपास किसी मामूली बात पर दिहाड़ीदार अशोक वालिया की दराट से प्रहार कर झारखंड निवासी चतरू ने हत्या कर दी थी। आरोपित ने पुलिस के सामने गुनाह कबूल कर लिया है। जानकारी के मुताबिक गत देर शाम जब नगरी पंचायत के भसमेहड़ गांव के चाय के बागान स्थित किराये के कच्चे घर में अशोक वालिया मौजूद थे, तभी किसी बात को लेकर अशोक और चतरू में विवाद हो गया।
विवाद इतना बढ़ गया कि चतरू ने दराट से अशोक के सिर के पीछे तीन प्रहार कर दिए, इसके बाद भी जब चतरू को लगा की वह अभी जिंदा है तो एक बड़ा पत्थर उसके सिर पर दे मारा। इस दौरान एक महिला भी चतरू के घर में मौजूद थी। इस सबके बीत जाने के बाद रजेहड़ निवासी तिलक राज जब वहां पहुंचा तो उसने अशोक के सिर से खून बहता देखा तो दंग रह गया। ऐसे में चतरू ने तिलक राज को भी जान से मारने की धमकी दी, जिसे सुन तिलक राज भाग खड़ा हुआ और उसने तुरंत फ़ोन कर एंबुलेंस बुला ली।
एंबुलेंस को घटना स्थल तक पहुंचने में समय लग गया, क्योंकि ये जगह गांव से ऊपर चाय बगीचे के समीप है। एंबुलेंस वहां पहुंचती की चतरू और महिला वहां से फरार हो चुके थे। मौके पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अशोक वालिया को मृत पाया और थोड़ी ही देर में पालमपुर पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंच गई। रातभर पुलिस कर्मी, स्थानीय पंचायत के उपप्रधान चंचल कुमार, मृतक का बेटा निखिल वालिया व अन्य स्थानीय लोग घटना स्थल पर मौजूद थे।
सुबह होते होते गांववासियों का आना-जाना घटनास्थल पर लगा रहा। सुबह करीब 11 बजे डॉक्टर एसके पॉल के नेतृत्व में फॉरेंसिक टीम धर्मशाला से घटनास्थल पर पहुंची व जांच में जुट गई। ऐसे में उन्होंने पाया कि अशोक वालिया की मौत सिर पर पीछे की तरफ लगातार तेजधार हथियार से वार करने से हुई है। 12 बजे के करीब डीएसपी पालमपुर अमित शर्मा भी मौके पर पहुंचे और जानकारी दी की इस मर्डर केस का आरोपित चतरू पास के स्थानीय जंगल से पालमपुर पुलिस की टीम ने पकड़ लिया था।
शव को पोस्ट मार्टम के लिए पालमपुर ले जाया गया है। इसके बाद करीब 2:30 बजे आरोपित को घटनास्थल पर लाया गया और मौके की निशानदेही की गई। इस सब के दौरान आरोपित ने कबूल कर लिया कि उसने तीन बार इसे दराट से मारा और उसके बाद एक बड़ा पत्थर उठाकर उसके सिर पर दे मारा।
दिहाड़ीदार थे अशोक वालिया
मृतक अशोक वालिया दिहाड़ीदार थे। उन्होंने एक बेटी की शादी करीब एक साल पहले करवाई थी और दूसरी बेटी की शादी अभी करीब 20 दिन पहले ही स्थानीय लोगों की सहायता से करवाई थी। घर में अब बूढी माँ, पत्नी व एक बेटा निखिल वालिया है।