धर्मशाला में गरजे मिड-डे मील वर्कर्स
मिड-डे मील वर्करों ने धर्मशाला में रोष रैली निकालकर प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, धर्मशाला : मिड-डे मील वर्कर यूनियन की जिला इकाई ने अखिल भारतीय एमडीएम फेडरेशन के आह्वान पर सोमवार को मांगों के समर्थन में धर्मशाला में रोष रैली निकालकर कर प्रदर्शन किया। सीटू के जिला अध्यक्ष केवल कुमार ने कहा 1995 में मिड-डे-मील योजना को देश में शुरू किया गया था। प्रदेश में 2500 मिड-डे मील वर्कर्स हैं। केंद्र सरकार ने इनका एक भी पैसा नहीं बढ़ाया है। प्रदेश सरकार भी केवल 1500 रुपये मानदेय दे रही है। महंगाई में इतने पैसों से गुजारा करना मुश्किल हो रहा है। पढे़-लिखे युवाओं को आउटसोर्स या ठेके के तहत मानदेय पर रखा जा रहा है। मिड-डे मील वर्कर यूनियन ने जिला अध्यक्ष रेखा देवी व सचिव रमना देवी के नेतृत्व में उपायुक्त के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। इसमें स्पष्ट किया है यदि मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा।
ये हैं मांगें
-मिड-डे मील वर्कर्स को प्रदेश में तय न्यूनतम वेतन के साथ नियुक्ति पत्र, पहचान पत्र व वर्दी दी जाए।
-45वें श्रम सम्मेलन के फैसले के अनुसार विभाग का कर्मचारी माना जाए और मेडिकल लीव के साथ बरसात की छुट्टियों का भुगतान किया जाए।
-राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना से जोड़कर साढे़ चार माह का अवकाश दिया जाए।