Lockdown: धर्मशाला में बनेगा कोविड अस्पताल, टांडा में शुरू होंगी ओपीडी; लैब भी सुचारू रूप से चलेंगी
जोनल अस्पताल धर्मशाला को कोविड अस्पताल बनाया जाएगा। इसके बाद अगर जिले में कोई भी कोरोना पॉजिटिव मरीज आता है तो उसको धर्मशाला लाया जाएगा और यहीं उपचार किया जाएगा।
धर्मशाला, जेएनएन। जोनल अस्पताल धर्मशाला को कोविड अस्पताल बनाया जाएगा। इसके बाद अगर जिले में कोई भी कोरोना पॉजिटिव मरीज आता है तो उसको धर्मशाला लाया जाएगा और यहीं उपचार किया जाएगा। शनिवार को उपायुक्त राकेश प्रजापति व मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा डॉ. गुरदर्शन गुप्ता ने धर्मशाला अस्पताल का निरीक्षण किया। अस्पताल के वार्ड वाले भवन में कोविड सेंटर बनाया जाएगा। इसके चलते अस्पताल में अब मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है। वहीं, प्रशासन ने अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड को भी ओपीडी वार्ड के साथ बने नेत्र जांच केंद्र में शिफ्ट कर दिया है।
वहीं डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा व जोनल अस्पताल धर्मशाला समेत जिले के सभी अस्पतालों में सोमवार से सामान्य ओपीडी भी शुरू कर दी जाएंगी। कोरोना संक्रमण के चलते टांडा व धर्मशाला अस्पताल समेत सभी अस्पतालों में आम मरीजों के लिए ओपीडी को भी बंद कर दिया गया था। अस्पतालों में आपात स्थिति में आने वाले मरीजों को ही स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। इसमें खासकर टांडा अस्पताल में स्पेशलिस्ट ओपीडी बंद होने के कारण कांगड़ा सहित अन्य जिलों के मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है।
इसके चलते अस्पताल में ओपीडी को शुरू करने की भी मांग लोगों द्वारा उठाई जा रही थी। मरीजों की परेशानी को देखते हुए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में ओपीडी शुरू करने का निर्णय लिया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. गुरदर्शन गुप्ता ने कहा कि मेडिकल कॉलेज टांडा सहित सभी अस्पतालों को सोमवार से पूरी तरह खोला जाएगा। सभी अस्पतालों में ओपीडी सहित लैबों में लोगों की जांच होगी।
क्या कहते हैं अधिकारी
- जोनल अस्पताल को पूर्ण रूप से कोविड सेंटर का तो अभी तक प्लान नहीं है, लेकिन कुछ स्थितियों में कोविड सेंटर बनाने पर विचार चल रहा है। -राकेश प्रजापति, उपायुक्त कांगड़ा।
- धर्मशाला अस्पताल में सोमवार को दो-तीन मुख्य ओपीडी शुरू हो जाएंगी, लेकिन अभी तक अस्पताल में मरीज भर्ती नहीं किए जाएंगे। -डॉ. दिनेश महाजन, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक, जोनल अस्पताल धर्मशाला।