Lockdown: छोटे-छोटे काम में खुद को व्यस्त रखें, बच्चों के प्रति बरतें खास सावधानी; जानिए मनाेरोग विशेषज्ञ की राय
विश्वभर में कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन किया गया है। ऐसे में सभी लोग घरों में हैं। किसी को भी घरों से बाहर जाने की अनुमति नहीं है।
धर्मशाला, मुनीष गारिया। विश्वभर में कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन किया गया है। ऐसे में सभी लोग घरों में हैं। किसी को भी घरों से बाहर जाने की अनुमति नहीं है। ऐसे में कुछ लोग परेशान हो रहे हैं। राष्ट्रहित में किए गए लॉकडाउन में संयम बरतने की जरूरत है। घर में बैठे-बैठे परेशान न हों, परिवार के साथ समय बिताते हुए छोटे-छोटे काम कर कोरोना को हराया जा सकता है। यह सुझाव दैनिक जागरण से बातचीत में मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. अनीता ठाकुर ने दिए हैं। पेश हैं सुझावों के मुख्य अंश-
बच्चों को करें जागरूक
कफ्यरू के कारण अक्सर बच्चों को इधर- उधर जाने नहीं दिया जा रहा है और उनके खेल भी बंद कर दिए हैं। बच्चों को कोरोना वायरस के प्रभावों के खिलाफ जागरूक करें। उन्हें बताएं कि कोरोना वायरस क्या है और इसके प्रभाव क्या हैं। दिनभर उन्हें इंटरनेट प्रयोग या टीवी न देखने दें, लेकिन उन्हें बौद्धिक क्षमता के अनुसार पढ़ाते रहें।
किचन गार्डन में बिताएं समय
घरों में किचन गार्डन का काम करने का आमतौर पर समय नहीं मिल पाता है। इन दिनों किचन गार्डन में काम कर घर के लिए सब्जी तो उगा ही सकते हैं और इससे समय भी अच्छा बीत जाएगा।
युवा वर्ग करे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी
नौकरी के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियां कर रहे युवाओं के लिए यह समय बहुत अच्छा है। उनके पास जो भी अध्ययन पुस्तकें हैं उन्हें पढ़ सकते हैं। वैसे आजकल सभी किताबें ऑनलाइन ही ई-बुक के रूप में उपलब्ध हो जाती हैं तो युवा वर्ग इन दिनों में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियां कर सकते हैं।
संस्कारी शिक्षा देने का अवसर
बच्चों को संस्कारों के बारे में जागरूक करने एवं शिक्षा देने का अच्छा समय है। कफ्यरू के कारण आजकल रामायण और महाभारत जैसे धार्मिक कार्यक्रम प्रसारित हो रहे हैं। इन धारावाहिकों में संस्कारित शिक्षा मिलती है। दिनदिनों गौरवमयी इतिहास के बारे में बच्चों को बताएं, इससे उन्हें संस्कारों की शिक्षा मिलेगी।
खुद को व्यस्त रखें : डॉ. अनीता
धर्मशाला अस्पताल की मनोरोग चिकित्सक डॉ. अनीता ठाकुर का कहना है घरों में छोटे-छोटे काम कर अपने आपको व्यस्त रखने से मनुष्य तनावरहित रह सकता है। ऐसे कामों में बच्चों को भी शामिल करें।