कांगड़ा सहकारी बैंक लोन फर्जीवाड़े में विजिलेंस जल्द दर्ज करेगी एफआइआर, निदेशक मंडल ने दी मंजूरी
ऊना जिले के अंब में हुए लोन फर्जीवाड़े मामले में विजिलेंस जल्द चार पूर्व लोन कमेटी सदस्यों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करेगी।
धर्मशाला, जेएनएन। ऊना जिले के अम्ब में हुए लोन फर्जीवाड़े के मामले में विजिलेंस जल्द चार पूर्व लोन कमेटी सदस्यों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करेगी। इस संबंध में कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक सीमित (केसीसीबी) के निदेशक मंडल ने मंजूरी दे दी है। बैठक धर्मशाला में बुधवार को बैंक अध्यक्ष डॉ. राजीव भारद्वाज की अध्यक्षता में हुई। लोन फर्जीवाड़े का मामला पांच से छह साल पुराना है। साथ ही बैंक में स्थायी महाप्रबंधक के लिए प्रस्ताव सहकारिता विभाग के पंजीयक को स्वीकृति के लिए भेजा है।
मंजूरी मिलते ही बैंकों को स्थायी महाप्रबंधक मिलने का मार्ग प्रशस्त होगा। वर्तमान में बैंक के मौजूदा डीजीएम को महाप्रबंधक का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है। निदेशक मंडल की बैठक में उन एटीएम को भी बंद करने का निर्णय लिया गया है, जिनमें माह में सात से भी कम ट्रांजेक्शन हो रही हैं। इन एटीएम में मैहतपुर, गगरेट, डगोह, ढांगूपीर, केलंग, बड़सर, डूहक व कंदरोड़ी शामिल हैं, जबकि नए एटीएम स्थापित करने के लिए भी मंजूरी दी गई है। बैठक में एनपीए कम करने के लिए भी चर्चा की गई।
बीओडी ने हाल ही में दो सर्किलों में बांटे बैंक के संबंध में भी सकारात्मक परिणाम आने की संभावना पर मंथन किया। 100वां वर्ष पूरा होने पर जून में धर्मशाला में आयोजन बैंक प्रबंधन करेगा और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कॉफी टेबल बुक का लोकार्पण करेंगे। इस बुक में बैंक के स्वर्णिम इतिहास की जानकारी शामिल है। समारोह में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्मानित किया जाएगा।
क्या कहते हैं अधिकारी
- पूर्व लोन कमेटी सदस्यों के खिलाफ विजिलेंस की ओर से प्रस्ताव प्राप्त हुआ था और अब एफआइआर दर्ज करने के लिए बीओडी ने मंजूरी दे दी है। -विनय कुमार, एमडी केसीसीबी।
- कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बीओडी की बैठक में चर्चा की गई है। रिकवरी बढ़ाने की दिशा में विशेष निर्देश दिए हैं। धर्मशाला में जून में स्वर्ण जयंती समारोह होगा। -डॉ. राजीव भारद्वाज, अध्यक्ष केसीसीबी।