प्रवेश द्वार में नहीं तकनीकी शिक्षा की लौ
हिमाचल प्रदेश का प्रवेश द्वार नूरपुर आज भी तकनीकी व व्यवसायिक शिक्षा से वंचित है। हालत ऐसी है कि नूरपुर क्षेत्र के बच्चों को तकनीकी व व्यवसायिक शिक्षा हासिल करने के लिए पड़ोसी राज्यों की तरफ रूख करना पड़ रहा है। साधन संपन्न लोग तो पड़ोसी राज्यों के बेहतर शिक्षण संस्थानों में तकनीकी व व्यवसायिक शिक्षा हासिल कर सकते हैं
प्रदीप शर्मा, नूरपुर। कांगड़ा जिले का प्रवेश द्वार नूरपुर आज भी तकनीकी शिक्षण संस्थान से वंचित है। हालत ऐसी है कि क्षेत्र के बच्चों को तकनीकी शिक्षा हासिल करने के लिए पड़ोसी राज्यों की ओर रुख करना पड़ रहा है। साधन संपन्न लोग तो पड़ोसी राज्यों के बेहतर संस्थानों में शिक्षा हासिल कर सकते हैं लेकिन सामान्य व गरीब परिवार के बच्चों के लिए तकनीकी शिक्षा सपना बनकर रह गई है। नूरपुर में मात्र एक सरकारी कॉलेज है और इसमें करीब 2500 विद्यार्थी उच्च शिक्षा हासिल कर रहे हैं। कॉलेज में छात्राओं की संख्या 80 फीसद से ज्यादा है। युवाओं ने सरकार से क्षेत्र में तकनीकी व व्यवसायिक शिक्षण संस्थान खोलने की मांग की है। पेश है इस संदर्भ में युवाओं से की गई बातचीत के प्रमुख अंश:
नूरपुर में तकनीकी शिक्षण संस्थान खुलना चाहिए। आने वाले समय में बच्चे तकनीकी शिक्षा से ही स्वरोजगार हासिल कर सकते हैं। प्राथमिकता पर तकनीकी व व्यावसायिक शिक्षण संस्थान खुलना चाहिए। -अंकित सूरी
क्षेत्र में तकनीकी शिक्षण संस्थान न होने से मध्यम वर्ग व गरीब परिवारों के बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। नूरपुर में तकनीकी व व्यावसायिक शिक्षण संस्थान खुलना चाहिए। -अजय कटोच
तकनीकी शिक्षण संस्थान खुलना समय की मांग है। सरकार से मांग है कि नूरपुर क्षेत्र में बेहतर तकनीकी व व्यावसायिक शिक्षण संस्थान खोला जाए। -सभ्य लोहटिया
बच्चों को तकनीकी शिक्षा के लिए पंजाब व अन्य राज्यों में जाना पड़ता है। बाहरी राज्यों में शिक्षा महंगी होने से आम परिवारों के बच्चे वंचित रह जाते हैं। सरकार से मांग है कि क्षेत्र में भी सरकारी स्तर पर तकनीकी संस्थान खोला जाए। -अंकिता चौधरी
जल्द तकनीकी शिक्षण संस्थान खुलना चाहिए। ज्यादातर युवाओं का झुकाव तकनीकी शिक्षा की ओर है लेकिन नूरपुर में यह सुविधा नहीं है। सरकार इस दिशा में जल्द से जल्द कदम उठाए। -अज्यांश शर्मा
प्रदेश सरकार नूरपुर में इस प्रकार का शिक्षण संस्थान खोले ताकि स्थानीय युवा कम खर्च में घर के निकट तकनीकी शिक्षा हासिल कर सकें। तकनीकी शिक्षा समय की मांग है। -दिव्या शर्मा, नूरपुर।