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जेबीटी प्रशिक्षु कक्षाओं का बहिष्‍कार कर धर्मशाला में सड़क पर उतरें, सरकार से न्‍याय की मांग Kangra News

JBT Trainee protest जेबीटी प्रशिक्षुओं ने मंगलवार को कक्षाओं का बहिष्‍कार कर सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Tue, 11 Feb 2020 01:47 PM (IST)Updated: Tue, 11 Feb 2020 04:51 PM (IST)
जेबीटी प्रशिक्षु कक्षाओं का बहिष्‍कार कर धर्मशाला में सड़क पर उतरें, सरकार से न्‍याय की मांग Kangra News
जेबीटी प्रशिक्षु कक्षाओं का बहिष्‍कार कर धर्मशाला में सड़क पर उतरें, सरकार से न्‍याय की मांग Kangra News

धर्मशाला, जेएनएन। जेबीटी प्रशिक्षुओं ने मंगलवार को कक्षाओं का बहिष्‍कार कर सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया। जेबीटी प्रशिक्षु बीएड धारक युवाओं को भी जेबीटी भर्ती के लिए पात्र किए जाने का विरोध कर रहे हैं। धर्मशाला में मंगलवार को जेबीटी प्रशिक्षुओं ने भारी तादाद में सड़क पर उतर कर रोष जताते हुए प्रदर्शन किया। प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक ठाकुर की अध्यक्षता में डाइट व निजी संस्थानों में पढ़ रहे जेबीटी प्रशिक्षुओं ने एक साथ रैली निकाली। रैली में जिला संयोजक संजीव कुमार, ज़िला सचिव मुनीष कुमार भी उपस्तिथ रहे। शहर में प्रदर्शन के बाद जेबीटी प्रशिक्षुओं ने उपायुक्त राकेश प्रजापति के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, राज्यपाल बंडारू दत्‍तात्रेय, शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज व एनसीटीई दिल्ली को ज्ञापन भी भेजा।

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इस अवसर पर जेबीटी प्रशिक्षु यूनियन के अध्यक्ष अभिषेक ठाकुर ने कहा प्रशिक्षुओं की एक ही मांग है कि बीएड डिग्री धारकों जेबीटी में शामिल न किया जाए। उन्होंने कहा जब जेबीटी प्रशिक्षुओं के लिए अलग से सरकार की अोर से सरकारी व निज़ी सरकारी संस्थान खोले गए हैं, तो बीएड धारकों को कैसे जेबीटी के लिए रखा जा रहा है। हर साल लगभग 5000 से ज़्यादा युवा जेबीटी की ट्रेनिंग लेते हैं और बीएड व जेबीटी धारक दोनों की न्यूनतम योग्यता भी अलग-अलग है। उन्होंने कहा इस मामले में सरकार कोर्ट में सही पक्ष नहीं रख रही है। अब तक केस को लगभग एक साल होने को है पर सरकार हाईकोर्ट में जवाब देने में असफल हुई है।

उन्होंने कहा जिस तरह डेंटिस्ट को ट्रेनिंग करवाकर एक युवा को कार्डियोलोजिस्ट या ऑर्थो का डॉक्टर नहीं बनाया जा सकता, ठीक उसी प्रकार बीएड डिग्री धारकों को जेबीटी की जगह रखना न्यायसंगत नहीं है। अभी सरकार से 20 मार्च को जवाब मांगा है, इसीलए जेबीटी प्रशिक्षुओं की मांग है कि सरकार कोर्ट में हमारा पक्ष सही व जल्द से जल्द रख कर जेबीटी की रिक्त पदों को भरे।


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