युकां अध्यक्ष पद के लिए कल होंगे साक्षात्कार, इन दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर; तीनों ही प्रत्याशी दिल्ली रवाना
Himachal Youth Congress President हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए सियासत तेज हो गई है। सोमवार (आज) दिल्ली में अध्यक्ष पद के लिए साक्षात्कार होंगे। चुनावों में सबसे ज्यादा वोट लेने वाले 3 उम्मीदवारों को दिल्ली बुलाया गया है।
शिमला, जागरण संवाददाता। हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए सियासत तेज हो गई है। सोमवार (आज) दिल्ली में अध्यक्ष पद के लिए साक्षात्कार होंगे। चुनावों में सबसे ज्यादा वोट लेने वाले 3 उम्मीदवारों को दिल्ली बुलाया गया है। सुबह 10 बजे भारतीय युवा कांग्रेस कार्यालय में यह साक्षात्कार होगा। अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल तीनों प्रत्याशी निगम भंडारी, यदोपति ठाकुर और अमित पठानिया रविवार को दिल्ली पहुंच गए हैं। युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी की अध्यक्षता में गठित कमेटी यह साक्षात्कार लेगी।
तीनों ही उम्मीदवारों की संगठन में दी गई सेवाओं को देखा जाएगा। कब से संगठन से जुड़े हैं, इनके नेतृत्व में संगठन में क्या कार्य हुए, संगठन कितना मजबूत हुआ इन सभी तथ्यों पर चर्चा होगी। उसके बाद नाम शॉर्ट लिस्ट कर पार्टी हाईकमान को रिपोर्ट भेजी जाएगी। राहुल गांधी ही अध्यक्ष के नाम की अंतिम घोषणा करेंगे। साक्षात्कार से अगले दिन या फिर दिवाली से पहले अध्यक्ष की घोषणा कर दी जाएगी।
दिग्गजों की प्रतिष्ठा दावं पर, हो सकता है उल्टफेर
युवा कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर संगठन में जबरदस्त लॉबिंग चल रही है। दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। दिल्ली जाने से पहले सभी युवा कांग्रेस नेताओं ने पार्टी के दिग्गजों से मुलाकात की। अध्यक्ष पद का यह मुकाबला कांग्रेस के दो धड़ों के बीच है। संगठनात्मक संतुलन बनाकर नियुक्ति होती है तो बड़ा उलटफेर संभव है। सबसे ज्यादा वोट लेने वाला उम्मीदवार निगम भंडारी किन्नौर जिला से संबंध रखते हैं। जबकि दूसरे नंबर पर मंडी जिला से संबंध रखने वाले यदोपति ठाकुर हैं। तीसरे स्थान पर प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा का उम्मीदवार है। वीरभद्र विरोधी गुट का दावा है कि नौ जिलों में उनके अध्यक्ष जीते हैं। दूसरी तरफ वीरभद्र धड़े ने भी अपनी सक्रियता तेज कर दी है। राजस्थान युवा कांग्रेस चुनावों में भी उलटफेर हो चुका है। इसी तरह के उलटफेर की स्थिति हिमाचल में भी तलाशी जा रही है। अध्यक्ष किसे बनाया जाता है इसका फैसला दिल्ली के दरबार में ही होगा।