Chemical Water in Parwanoo: परवाणू में उद्योगों ने गिराया केमिकल युक्त पानी, झाग देखकर लगा जैसे उतर आया हो हिमखंड, देखें वीडियो
Chemical Water in Parwanoo अचानक बरसाती नाला झाग से लबालब हो गया। नाले में बहने वाली झाग परवाणू के औद्योगिक क्षेत्र से आ रही थी। यह झाग इतनी ज्यादा थी कि पूरा नाला बर्फ के बहते हिमखड्ड जैसा नजर आ रहा था।
परवाणू, मनमोहन संधू। Chemical Water in Parwanoo, सोलन जिला के परवाणू में उद्योगों द्वारा समय-समय पर प्रदूषण के नियमों को ताक पर रखकर शहर व प्राकृतिक नालों को प्रदूषित करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। रविवार को को भी ऐसा ही एक दृश्य परवाणू के साथ लगते बरसाती नाले में देखने को मिला, जहां बरसात के बाद शाम को करीब चार बजे अचानक बरसाती नाला झाग से लबालब हो गया। नाले में बहने वाली झाग परवाणू के औद्योगिक क्षेत्र से आ रही थी। यह झाग इतनी ज्यादा थी कि पूरा नाला बर्फ के बहते हिमखड्ड जैसा नजर आ रहा था।
परवाणू के साथ लगते बरसाती नाले में औद्योगिक क्षेत्र से बहकर आया झाकयुक्त पानी#BBN, #DCSolan, @JagranNews pic.twitter.com/V9Q7LnM1p0
— Virender Thakur (@VirenderKthakur) September 25, 2022
इस बारे में प्रदूषण विभाग के उपविभागीय अधिकारी प्रमोद मोदगिल ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली है कि पानी में किसी ने केमिकल गिराया है। कोशिश कर रहे हैं कि इस मामले का पता लगा सके कि यह किसने किया है। अब तक प्रदूषण विभाग के पास कोई जानकारी नहीं थी। विभाग द्वारा विभिन्न सेक्टरों में जाकर इस मामले का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है, परंतु हैरानी की बात है कि प्रदूषण विभाग के नरम रवैये के चलते परवाणू के उद्योगों को प्रदूषण विभाग का कोई डर नहीं रह गया है।
परवाणू के औद्योगिक क्षेत्र द्वारा प्राकृतिक स्रोतों में केमिकल गिराने के चलते न केवल जानवरों में बीमारियां फैल रही हैं बल्कि कालका के पीने के पानी के स्रोत भी दूषित हो रहे हैं, परंतु प्रदेश सरकार व प्रदूषण विभाग की ओर से इस बारे में कोई भी गंभीर कदम नहीं उठाए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री भी इस गंभीर समस्या से अनभिज्ञ हैं या फिर विभागों द्वारा इन मामलों पर कोई चर्चा स्वास्थ्य मंत्री से नहीं की जाती।