आयकरदाताओं को डिपो में महंगे दाम पर मिलेंगी दालें, आटा और चावल एपीएल उपभोक्ता की तर्ज पर मिलेंगे
Income Tax Payers Ration प्रदेश में आयकरदाताओं को सरकारी डिपो में दालें महंगे दाम पर मिलेंगी। मंडी जिले के 3 हजार आयकरदाताओं को जेब ढीली करनी पड़ेगी। आयकरदाताओं को सरकारी डिपो में मलका मुंग व माश दाल 22 रुपये और चना दाल 16 रुपये महंगी मिलेगी।
मंडी, फरेंद्र ठाकुर। प्रदेश में आयकरदाताओं को सरकारी डिपो में दालें महंगे दाम पर मिलेंगी। मंडी जिले के 3 हजार आयकरदाताओं को जेब ढीली करनी पड़ेगी। आयकरदाताओं को सरकारी डिपो में मलका, मुंग व माश दाल 22 रुपये और चना दाल 16 रुपये महंगी मिलेगी। यानी की मलका, मूंग व माश 77 रुपये व चना दाल 73 रुपये प्रति किलो के हिसाब से मिलेगी। दालों में कोई भी सबसिडी नहीं दी जाएगी। हालांकि डिपो में मार्केट दाम से दालें 4 से 5 रुपये तक सस्ती मिलेगी। इसके अलावा आयकरदाताओं को डिपो में एपीएल उपभोक्ताओं की तर्ज पर आटा व चावल मिलेंगे। यानी की आटा साढ़े नौ व चावल 10 रुपये किलो पर उपलब्ध करवाया जाएगा।
जबकि चीनी का दाम 39 रुपये प्रतिकिलो तय किया गया है। सरकार ने इन्हें राशन देने की फाइल को स्वीकृति दे दी है। वहीं आयकरदाताओं को इस दिसंबर माह से सरकारी डिपो में राशन मिलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के गोदामों में राशन की सप्लाई पहुंच गई है। अब तक करीब 500 से अधिक आयकरदाताओं को डिपो से राशन देने की प्रक्रिया पूरी कर दी गई है। हालांकि आयकरदाताओं को डिपो अभी तेल नहीं दिया जा रहा है। इसकी खेप भी खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के पास नहीं पहुंची है। इसके अभी आटा, चावल व दाल, चीनी व नमक दिया जा रहा है।
अब तक 500 आयकरदाताओं को मिला राशन
जिले में अब तक 500 आयकरदाताओं को राशन बांट दिया गया है। जबकि 2500 को राशन उपलब्ध करवाने की प्रक्रिया चल रही है। इसके लिए खाद्य एवं आपूर्ति विभाग चरणबद्ध तरीके से कार्य कर रहा है। गौरतलब है कि सरकार ने कोरोना काल में आयकरदाताओं को डिपो में सस्ता राशन देने पर रोक लगा दी थी। इसमें तर्क दिया गया था कि ये लोग मार्केट से राशन लेने में सक्षम हैं। वहीं अन्य टैक्स जमा करने वाले उपभोक्ताओं को भी यह राशन छोडऩे को कहा था। इसके बाद आयकरदाताओं के राशनकार्ड ब्लॉक कर दिए थे, लेकिन अब इन्हें बहाल कर दिया है।
जिला नियंत्रक खाद्य एवं आपूर्ति विभाग मंडी लक्ष्मण कनैत का कहना है आयकरदाताओं को राशन आबंटन की प्रक्रिया शरू कर दी है। इन्हें दालें लगभग बाजार के दाम पर दी जा रही हैं, जबकि आटा व चावल एपीएल की तर्ज पर दिया जा रहा है।