गज खड्ड में हो रहा अवैध खनन, प्रशासन खामोश
शाहपुर के तहत आती गज में अवैध खनन का गंभीर मामला सामने आया है। धौलाधार की चोटियों से निकलने वाली इस बारहमासी खड्ड का दायरा बनोई गांव के नीचे लोकल खड्ड (बनोई ) के इसमें मिल जाने से बढ़ जाता है।
धर्मशाला, जागरण संवाददाता। उपमंडल शाहपुर के तहत आती गज में अवैध खनन का गंभीर मामला सामने आया है। धौलाधार की चोटियों से निकलने वाली इस बारहमासी खड्ड का दायरा बनोई गांव के नीचे लोकल खड्ड (बनोई ) के इसमें मिल जाने से बढ़ जाता है। इसी स्थान से लेकर निचले इलाकों तक अब अवैध खनन की शिकायतें आने शुरू हो गई हैं। इस क्षेत्र में खडियाड़ा, भडियाड़ा और बैदी जैसे बड़े गांव खड्ड के एक छोर पर बसे हुए हैं। क्षेत्र के ग्रामीणों का रविंद्र सिंह, नरोत्तम, विनय, विवेक, हरी राम, श्रीराम, उधम सिंह, जगीर सिहं, ईश्वर आदि का कहना है कि वे कई बार अवैध खनन रोकने की शिकायत कर चुके हैं,लेकिन पानी अब सिर से ऊपर निकलने लगा है। खनन विभाग, जिला प्रशासन और पुलिस से अब बड़े एक्शन की उम्मीद की जा रही है। लोगों ने उपायुक्त कांगड़ा डा. निपुण जिंदल, पुलिस अधीक्षक कांगड़ा डा. खुशहाल शर्मा व खनन विभाग से इस पर कार्रवाई करने की मांग की है।
वहीं जिला खनन अधिकारी राजीव कालिया ने कहा कि जिला में अवैध खनन कहीं भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। गज खड्ड के जिस एरिया से शिकायत आ रही है, वहां टीम बनाकर भेजी जा रही है। सख्त कार्रवाई की जाएगी। जनता के हितों और खनन नियमों से खिलवाड़ कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सैकड़ों घर हैं खड्ड के किनारे
ग्रामीणों का कहना है कि खड्ड गहरी हो रही है। इस क्षेत्र में खडियाड़ा के 80, बैदी के 70 और भडियाड़ा के 50 के करीब मकान इस खड्ड के छोर पर हैं। ग्रामीणों को डर है कि पिछले साल 12 जुलाई जैसी भयंकर बाढ़ आती है, तो इस इलाके में रिहायश को नुकसान हो सकता है। पुलिस, प्रशासन और विभाग को इस इलाके में खनन को पूरी तरह रोककर बढ़ते खतरे को रोकना चाहिए।
ऐसे होगा समस्या का समाधान
ग्रामीणों का कहना है कि खड्ड की तरफ जाने वाले खनन रास्तों को बड़े बड़े पैरापिट लगाकर बंद करना चाहिए, वहीं जिस तरफ रिहायश है, वहां बड़ी दीवार लगानी चाहिए। इससे रिहायश वाले इलाके सुरक्षित हो जाएंगे। गज खड्ड में पानी का बहाव अकसर काफी ज्यादा रहता है। बरसात के दिनों मेंं पानी बहुत बढ़ जाता है। ऐसे में यह एक गंभीर समस्या है।