उपाध्यक्ष के संक्रमित पाए जाने के बाद एचआरटीसी मुख्यालय सील, आयकर भवन में भी आवाजाही बंद
Himachal Coronavirus News कोरोना की बढ़ती रफ्तार व संक्रमण को रोकने के लिए शिमला शहर के एचआरटीसी मुख्यालय आयकर भवन व रोहड़ू मेंहदली क्षेत्र को सील कर दिया गया है।
शिमला, जेएनएन। कोरोना की बढ़ती रफ्तार व संक्रमण को रोकने के लिए शिमला शहर के एचआरटीसी मुख्यालय, आयकर भवन व रोहड़ू मेंहदली क्षेत्र को सील कर दिया गया है। यहां प्रशासन के आगामी आदेश तक किसी तरह की हलचल नहीं होगी। शिमला शहर में राज्य परिवहन निगम के उपाध्यक्ष के पाजिटिव आने के बाद जिला प्रशासन ने निगम के मुख्य कार्यालय को सील कर दिया है। निगम के दो फ्लोर सील किए हैं। उपाध्यक्ष के संपर्क में आने वाले सभी कर्मचारियों को क्वारंटाइन कर दिया है। इनमें किसी तरह से लक्षण पाए जाने के बाद ही टेस्ट लिए जाएंगे। शहर में सील होना वाला ये बड़ा कार्यालय है।
इस मुख्यालय में 250 से ज्यादा कर्मचारी है। वहीं, आयकर विभाग भी आज बंद ही रहा। इसे भी प्रशासन ने पहले ही सील कर दिया था। प्रशासन ने निगम के प्रबंध निदेशक के ऑफिस में सेवारत कर्मचारियों को होम क्वारंटाइन कर दिया है। एडवोकेट जनरल ऑफिस को भी बंद कर दिया है। एसडीएम शहरी मंजीत शर्मा की ओर से एचआरटीसी मुख्यालय से लेकर एडवोकेट जनरल के ऑफिस को सील करने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
मेंहदली सील होने से बागवान सेब तुड़ान के लिए चिंतित
रोहडू के मेंहदली में कोरोना के 22 पॉजिटिव मामले आने से गांव व इसके साथ लगते क्षेत्र को प्रशासन ने सील होने से कम ऊंचाई वाले इन क्षेत्रों में सेब तुड़ान प्रभावित हो गया है। यहां के करीब 70 बागवान अब इस इंतजार में हैं कि प्रशासन उन्हें कैसे राहत पहुंचाता है। इस क्षेत्र के बागवानों ने सेब की आधुनिक किस्मों सुपर चिफ, स्कारलेट दो, जैरोमाइन, रेड विलोक्स, रेड चिफ, रेडलम गाला की पैदावार होती है। बागवानी विभाग के अनुसार इन किस्मों के तुड़ान का समय सेटिंग के 90 दिन के बाद किया जाता हैं। इस क्षेत्र में हर साल 20 जुलाई से बागवान अपने सेब तुड़ान का काम शुरू कर लेते थे।
अब सीजन शुरू होने के ठीक साथ ही पूरा क्षेत्र सील होने से बागवान परेशान है। इतना ही नहीं सेब की फसल की प्रोसेसिंग के लिए मेंहदली में छह ग्रेडिंग व पैकिंग मशीनें लगी है वहीं फोवर्डिंग व सेब की पैकिंग के लिए प्रयुक्त सामान पेटियां आदि भी स्टोर में बंद पड़ी हुई हैं। ऐसे में यहां पर आने वाले समय में सेब सीजन पर गहरा संकट पैदा हो चुका हैं।