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बीएस-6 वाहन ऑटोमोबाइल जगत को करेंगे सुदृढ़, दिवाली से भी उम्मीद

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने 32 सूत्रीय उपायों का एलान कर अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने का प्रयास किया है।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Mon, 09 Sep 2019 01:26 PM (IST)Updated: Mon, 09 Sep 2019 03:58 PM (IST)
बीएस-6 वाहन ऑटोमोबाइल जगत को करेंगे सुदृढ़, दिवाली से भी उम्मीद
बीएस-6 वाहन ऑटोमोबाइल जगत को करेंगे सुदृढ़, दिवाली से भी उम्मीद

कांगड़ा, बिमल बस्सी। आर्थिक संकट से जूझ रहे ऑटोमोबाइल सेक्टर तथा आर्थिक मंदी के बीच निवेश बढ़ाने व पूंजी की समस्या को दूर करने के लिए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने 32 सूत्रीय उपायों का एलान कर अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने का प्रयास किया है। इसका कांगड़ा के ऑटोमोबाइल सेक्टर ने स्वागत किया है। बेशक दोपहिया वाहनों पर बढ़ी हुई इंश्योरेंस लागत ने बिक्री में कमी दर्शाई हो पर कांगड़ा के कारोबारी में नाउम्मीद नहीं है। वर्ष 2017 में बीएस-6 मानक की घोषणा से ऑटोमोबाइल सेक्टर में वाहनों की बिक्री में कमी देखने को मिली है।

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वर्ष 2015 में बीएस-3 मानक बंद होने से ऑटोमोबाइल कंपनियों ने कारोबारियों को रियायत देकर आर्थिक मंदी से उबरने में सहायता की थी। पिछले सप्ताह इसके मद्देनजर ऑटो सेक्टर में मांग बढ़ाने के लिए पेट्रोल व डीजल वाहनों की खरीद पर लगी रोक को वापस लेते हुए सरकार ने सरकारी विभागों को नए वाहन खरीदने का ऐलान कर दिया है। दूसरी ओर ऑटोमोबाइल कंपनियों को ङ्क्षचता सताने लगी थी कि पहली अप्रैल, 2020 से बीएस 6 मानक लागू होने से पुराने वाहनों की रजिस्ट्रेशन का क्या होगा।

ग्राहकों को भी भ्रम था कि 2022 के बाद तिपहिया और 2025 के बाद दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों का उत्पादन नियम लागू होगा तथा पारंपरिकवाहनों की बिक्री बंद हो जाएगी लेकिन उदासीन ग्राहकों को लुभाने तथा ऑटोमोबाइल कंपनियों को राहत देते हुए सरकार ने संकेत दिया है कि मार्च 2020 तक खरीदे गए सभी वाहन तब तक सड़क पर बने रहेंगे जब तक उनकी रजिस्ट्रेशन समाप्त नहीं हो जाती। इससे वाहन विक्रेताओं में मंदी से उबरने की उम्मीद बंध गई है। कांगड़ा बाजार में बिक्री में 15 से 20 फीसद कमी आने के बावजूद कारोबारियों को उम्मीद है कि दिवाली पर आर्थिक मंदी से निजात मिलेगी।

क्या हैं बीएस-6 मानक

बीएस का मतलब है भारत स्टेज। इसका संबंध उत्सर्जन मानकों से है। बीएस-6 वाहनों में खास फिल्टर लगेंगे, जिससे 80-90 फीसद पीएम 2.5 जैसे कण रोके जा सकेंगे। साथ ही नाइट्रोजन ऑक्साइड पर भी नियंत्रण लगेगा।

बीएस-6 का फायदा

बीएस-6 वाहन में हवा में प्रदूषण के कण 0.05 से घटकर 0.01 रह जाएंगे। यानी बीएस-6 वाहन व बीएस-6 पेट्रोल-डीजल होने पर प्रदूषण 75 फीसद कम हो जाएगा। बीएस 4 के मुकाबले बीएस-6 में प्रदूषण फैलाने वाले खतरनाक पदार्थ काफी कम होंगे। बीएस 4 और बीएस-3 ईंधन में सल्फर की मात्रा 50 पीपीएम होती है। बीएस 6 मानकों में यह घटकर 10 पीपीएम रह जाएगा और इससे प्रदूषण कम होगा तथा चार लीटर पेट्रोल में कार 100 से अधिक किलोमीटर चलेगी।

क्‍या कहना है जनता व कारोबारियों का

  • दोपहिया वाहनों की बिक्री में 15 से 20 फीसद कमी आई है। सरकार को वाहनों से संबंधित पॉलिसी का सामान्यकरण करना होगा ताकि उपभोक्ताओं और कारोबारियों को लाभ प्राप्त हो। वाहनों की पंजीकरण प्रक्रिया सरल की जाए। -समीर बस्सी, सहमालिक, बज्रेश्वरी होंडा मोटर्ज, कांगड़ा।
  • वाहनों के इंश्योरेंस रेट में कमी की जाए। अब इंश्योरेंस के लिए 2000 की जगह ग्राहक को 9000 रुपयेदेने पड़ रहे हैं। वाहनों पर जीएसटी रेट में कटौती ग्राहकों को आकर्षित करने में अहम भूमिका निभाएगी। -कपिल वालिया, निदेशक, ओरिएंटल टीवीएस मोटर्स, कांगड़ा।
  • सरकार वाहनों पर लागू होने वाली बीएस-6 उत्सर्जन मानक को सही ढंग से उपभोक्ताओं को स्पष्ट करे। इसके बाद ही लोगों का खरीदारी के लिए रुझान बढ़ेगा। -अमित वर्मा, समाजसेवी।
  • ऑटोमोबाइल सेक्टर से वाहनों की खरीद फरोख्त पर उपहार की घोषणा खरीदारों को आकर्षित कर सकती है। -संयम सहगल, समाजसेवी

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