ईको फ्रेंडली बनेंगे हिमाचल के निजी विश्वविद्यालय, नियामक आयोग की पहल पर काम शुरू
HP Universities हिमाचल के निजी विश्वविद्यालय 2025 तक ईको फ्रेंडली बनेंगे। हिमाचल निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग के आह्वान पर काम शुरू हो गया है। आयोग के अध्यक्ष मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) अतुल कौशिक ने बताया कि आयोग का उद्देश्य 2025 तक सभी निजी विश्वविद्यालयों को जीरो कार्बन संस्थान बनाना है।
शिमला, जागरण संवाददाता। HP Universities, हिमाचल प्रदेश के निजी विश्वविद्यालय 2025 तक ईको फ्रेंडली बनेंगे। हिमाचल प्रदेश निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग के आह्वान पर काम शुरू हो गया है। आयोग के अध्यक्ष मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) अतुल कौशिक ने बताया कि आयोग का उद्देश्य 2025 तक सभी निजी विश्वविद्यालयों को जीरो कार्बन (पर्यावरण प्रेमी) संस्थान बनाना है। ग्रीन कैंपस बनाने के लिए 21 प्वाइंट तय किए गए हैं। हर चीज का विकल्प होगा। कैंपस में जो नया निर्माण होगा, उसे इस तरह से किया जाएगा, ताकि पर्यावरण को नुकसान न हो। कैंपस में डीजल और पेट्रोल वाहनों की बजाय साइकिल और इलेक्ट्रिक वाहन लाने की अनुमति होगी।
बिजली के लिए भी वैकल्पिक व्यवस्था होगी। कैंपस और छात्रावास में सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए जाएंगे। इससे जहां पर्यावरण को होने वाले नुकसान से बचा जा सकेगा, वहीं बिजली बिल का खर्च भी बचेगा। जल संरक्षण, पौधारोपण पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके लिए हर विद्यार्थी और शिक्षक की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व सुनिश्चित करने के लिए आनलाइन मैनेजमेंट सिस्टम शुरू किया है, जिससे उत्तरदायित्व बढ़ा और प्रभावशाली शिकायत निवारण एवं निरीक्षण कोष के कारण निजी विश्वविद्यालयों के खिलाफ शिकायतों में काफी कमी दर्ज हुई। विभिन्न स्किल सेक्टर काउंसिल के साथ अनेक समझौते किए गए, जिसके परिणाम कोर्स पूरा करने वाले विद्यार्थियों को 100 प्रतिशत प्लेसमेंट मिली है। रक्षा बल के अधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए आर्मी ट्रेनिंग कमांड के साथ समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए व कंफेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआइआइ) के साथ शोध एवं रोजगार सृजन के लिए समझौता किया गया और नालेज मैनेजमेंट के लिए 16 निजी विश्वविद्यालयों को आपस में जोड़ा गया। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में हिमाचल प्रदेश अग्रणी राज्य बना। नए अभिनव कोर्स शुरू किए गए व निजी विश्वविद्यालयों में एडवेंचर स्पोट्र्स से जुड़े कोर्स शुरू करने का प्रयास किया।