हिमाचल: बरसात में आपदा से निपटने के लिए एनडीआरएफ संभालेगी मोर्चा, ये हैं संवेदनशील क्षेत्र
Himachal Monsoon Updates हिमाचल प्रदेश में इस बार बरसात में आपदा से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रया दल (एनडीआरएफ) माेर्चा संभालेगा। मंडी कुल्लू लाहुल स्पीति हमीरपुर बिलासपुर जिलों में एनडीआरएफ सतर्क रहेगी। मंडी को मिली इस बटालियन ने द्रंग हलके में पूर्वाभ्यास करना आरंभ कर दिया है।
मंडी, जागरण संवाददाता। Himachal Monsoon Updates, हिमाचल प्रदेश में इस बार बरसात में आपदा से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रया दल (एनडीआरएफ) माेर्चा संभालेगा। मंडी, कुल्लू, लाहुल स्पीति, हमीरपुर, बिलासपुर जिलों में एनडीआरएफ सतर्क रहेगी। मंडी को मिली इस बटालियन ने द्रंग हलके में पूर्वाभ्यास करना आरंभ कर दिया है। 47 जवानों की बटालियन यहां तैनात की गई है। 2014 में ब्यास नदी में थलौट में अन्य राज्यों के 24 छात्राें के बहने के बाद उनके रेस्कयू के लिए आई दिक्कतों को देखते हुए एनडीआरएफ बटालियन की मांग उठी थी। इसके बाद मंडी के लिए बटालियन की घोषणा हुई।
मंडी में इसकी घोषणा होने के बाद अब सुंदरनगर के सलापड़ में इसका मुख्यालय होगा। यहां भेजे गए 47 जवानों को द्रंग के भटोग स्थित जनजातीय छात्रावास में ठहराया गया है। यहीं से यह जवान रोजाना द्रंग, चौहारघाटी, मंडी के ऊपरी क्षेत्रों में आपदा से निपटने के लिए पूर्वाभ्यास करने जाते हैं। नूरपुर में भी बटालियन की यूनिट है। लेकिन मंडी में कार्यालय बनने के बाद इसका मुख्यालय मंडी में ही होगा। मंडी, कुल्लू व लाहुल में भूस्खलन, बाढ़ के सबसे अधिक मामले आते हैं। इससे पहले नूरपुर या चंडीगढ़ से टीमें आती थी, जो बचाव कार्य में वक्त लग जाता था।
एसडीआरएफ के 50 जवान भी होंगे तैनात
राज्य आपदा प्रतिक्रया दल (एसडीआरएफ) के 50 जवान भी एनडीआरएफ का सहयोग किसी भी आपदा के लिए करेंगे। एसडीआरएफ के प्रमुख डीएसपी बिन्नी मिन्हास ने बताया कि एसडीआरएफ के 50 जवान पूरी तरह से आपदा से निपटने के लिए प्रशिक्षित हैं। एनडीआरएफ के साथ किसी भी आपदा में वह सहयोग करेंगे।
पूर्व अभ्यास कर रही टीम
एनडीआरएफ मंडी के इंस्पेक्टर अनिल कुमार का कहना है टीम रोजाना द्रंग हलके व आसपास के इलाकों में पूर्वाभ्यास कर रही है। बरसात में किसी भी आपदा से निपटने के लिए टीम तैयार है। टीम के पास बोट, डाइविंग शूट सहित सभी जरूरी उपकरण हैं।