महाराष्ट्र के सियासी संकट से हिमाचल प्रदेश में सतर्क हुई कांग्रेस, पार्टी नेताओं को सताने लगा यह डर
Maharashtra Political Crisis महाराष्ट्र में चल रहे सियासी घटनाक्रम से कांग्रेस सतर्क हो गई है। पार्टी को आशंका है कि विधानसभा चुनाव में ऐसी उथल-पुथल हिमाचल में देखने को मिल सकती है। विक्रमादित्य सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा दूसरे दलों की सरकार को तोडऩे का काम कर रही है।
शिमला, जागरण संवाददाता। Maharashtra Political Crisis, महाराष्ट्र में चल रहे सियासी घटनाक्रम से प्रदेश कांग्रेस पार्टी सतर्क हो गई है। पार्टी को आशंका है कि विधानसभा चुनाव में ऐसी उथल-पुथल हिमाचल में देखने को मिल सकती है। कांग्रेस महासचिव व विधायक विक्रमादित्य सिंह ने शिमला में मीडिया विभाग की कार्यशाला के बाद पत्रकारों से बातचीत में आरोप लगाया कि भाजपा देश में दूसरे दलों की सरकार को तोडऩे का काम कर रही है। इस साल हिमाचल में विधानसभा चुनाव होने हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस को टिकट सोच-समझकर देने होंगे, क्योंकि कांग्रेस को भी यह डर सता रहा है कि भाजपा उनके विधायकों को लालच देकर अपने पाले में लाने का काम कर सकती है।
विक्रमादित्य सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा ने बैकडोर से सरकार बनाने और गिराने का नया पैंतरा शुरू कर दिया है, जिसका ताजा उदाहरण महाराष्ट्र है। महाराष्ट्र में अच्छे से सरकार चल रही थी और उसे गिराने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का सहारा लिया गया। शिवसेना के कई विधायकों को प्राइवेट जेट से गुजरात और गुवाहाटी ले जाया गया। करोड़ों रुपये खर्च कर उन्हें पांच सितारा होटलों में ठहराया जा रहा है।
भाजपा विभिन्न राज्यों की सरकारों को अस्थिर करने और उन्हें गिराने में जुटी है। हिमाचल के अंदर भी इस तरह के भाजपा प्रयास कर सकती है और कांग्रेस से जीते हुए उम्मीदवारों को विचारधारा बदल कर उन्हें अपने दल में मिलाने का काम कर सकती है। ऐसे में कांग्रेस को भी सोच समझ कर इस बार टिकट देने होंगे। हालांकि हिमाचल में इस तरह का चलन नहीं है, लेकिन अन्य राज्यों में जिस तरह से भाजपा काम कर रही है तो वह हिमाचल में भी इस तरह का काम कर सकती है।