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पुलिस ने नशे के खिलाफ जागरूकता को बनाया हथियार, एसपी कांगड़ा ने बताया नशे के खात्‍मे का फार्मूला

International Day Against Drug Abuse पुलिस अधीक्षक कांगड़ा डा. खुशहाल शर्मा ने कहा कि पुलिस नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान भी चला रही है। नशे के खिलाफ पुलिस ने जागरूकता को भी हथियार बनाया है। धर्मशाला में नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक किया।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Sun, 26 Jun 2022 01:00 PM (IST)Updated: Sun, 26 Jun 2022 01:00 PM (IST)
पुलिस ने नशे के खिलाफ जागरूकता को बनाया हथियार, एसपी कांगड़ा ने बताया नशे के खात्‍मे का फार्मूला
पुलिस अधीक्षक कांगड़ा डा. खुशहाल शर्मा धर्मशाला में नशे के खिलाफ जागरूकता कार्यक्रम के दौरान।

धर्मशाला, जागरण संवाददाता। International Day Against Drug Abuse, पुलिस अधीक्षक कांगड़ा डा. खुशहाल शर्मा ने कहा कि पुलिस नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान भी चला रही है। नशे के खिलाफ पुलिस ने जागरूकता को भी हथियार बनाया है। धर्मशाला में लोक संपर्क विभाग के कलाकारों ने नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक किया। उन्होंने बताया कि जागरूकता एक निरंतर प्रक्रिया है और यह लगातार जारी रहेगी। वर्तमान में दो विषयों पर ध्यान देने की जरूरत है। जहां नशे को खत्म करने के लिए पुलिस अपना काम कर रही है। वहीं नशे पर दूसरे तरीके से अंकुश लगाने के लिए डिमांड व सप्लाई के सिद्धांत पर भी काम करना होगा। जब नशे की डिमांड ही नहीं होगी तो इसकी आपूर्ति खूद व खुद कम हो जाएगी। युवा मजबूत बने, जागरूक रहें।

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आज अंतरराष्ट्रीय नशा निवारण दिवस पर जिला कांगड़ा पुलिस ने पूरे जिला में थाना व चौकी स्तर पर यह जनसंपर्क अभियान शुरू किया है। नशा हटाओ युवा बचाओ का नारा है। अंतरराष्ट्रीय नशा निवारण का थीम है मानवता की चुनौतियों के बीच में नशे से निपटने को क्या कदम उठाए जाएं। नुक्कड़ नाटकों के माध्यमों से स्कूल व कालेजों में भी यह कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। नशे के खिलाफ लड़ाई एक तरफा न हो। पुलिस नशेड़ियों को पकड़ रही है। लेकिन नशेड़ी कहां से पैदा हो रहे हैं, नशेड़ी क्यों पैदा हो रहे हैं। यह मानना पड़ेगा कि सभी लोगों को मिलकर नशे की समस्या के खिलाफ मिलकर लड़ाई लड़नी पड़ेगी।

नशे की आपूर्ति रोकना पुलिस का काम है पर डिमांड साइड को रोकना जनसहभागिता का काम है। बच्चों में जागरूकता लानी है कि नशे के बजाय क्रिएटिव एक्टिविटी में जोड़ना है। जो लोग नशे की जद में आ चुके हैं उनहें इससे मुक्त करवाना। स्कूल व कालेज के बच्चों को बचाना जरूरी है,यह तब ही हो सकता है जब उन्हें जागरूक करेंगे। बच्चों से माता पिता को लगातार संपर्क रखना चाहिए उनकी समस्याओं को सुने, उनसे बातचीत करें। पुलिस अपना काम कर रही है। ऐसे में जनता का सहयोग मिले और जनता भी अपने तरफ की भागीदारी सुनिश्चित करे। नशे के खिलाफ जागरूकता निरंतर प्रयास है।


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