इक्विलेंस कमेटी की सिफारिशें मंजूर, शिक्षा विभाग में खुला नौकरियों का पिटारा, 3636 पदों पर होगी भर्ती
Himachal Jobs राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी अब खत्म होगी। शिक्षक भर्ती को लेकर उपजा विवाद अब समाप्त हो गया है। राज्य सरकार ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय द्वारा गठित इक्विलेंस कमेटी की सिफारिशों को लागू करने की मंजूरी दे दी है।
शिमला, अनिल ठाकुर। राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी अब खत्म होगी। शिक्षक भर्ती को लेकर उपजा विवाद अब समाप्त हो गया है। राज्य सरकार ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय द्वारा गठित इक्विलेंस कमेटी की सिफारिशों को लागू करने की मंजूरी दे दी है। सरकार की मंजूरी मिलते ही विभाग में पिछले आठ महीनों से रूकी 3636 पदों पर जल्द भर्ती होगी। इनमें टीजीटी आर्टस के 684, टीजीटी नॉन मेडिकल 359,
टीजीटी मेडिकल के 261, शास्त्री के 1049, भाषा अध्यापकों के 590 और जेबीटी के 693 के करीब पद है। सचिव शिक्षा राजीव शर्मा ने इसकी पुष्टि की है।
ये था विवाद
राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) के तहत वर्ष 2013 से 16 के बीच जिन विद्यार्थियों ने रूसा के तहत डिग्री की है, उन्हें कर्मचारी चयन आयोग हमीपुर ने अपात्र माना था। सब्जेक्ट कंबिनेशन सही न होने के कारण आयोग ने दो अभ्यार्थियों को साक्षात्कार में बाहर कर दिया था। दोनों ने आयोग के इस फैसले को कोर्ट में चुनौती दी थी। सरकार ने विवाद सुलझाने के लिए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में इक्विलेंस कमेटी का गठन किया। कमेटी ने पिछले महीने निदेशक प्रारंभिक शिक्षा को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। निदेशक ने कमेटी की रिपोर्ट सचिव को भेजी थी। जिसे अब मंजूरी मिल गई है। रिपोर्ट में कहा है यदि विद्यार्थियों ने किसी संकाय के दो विषय पढ़े हैं तो वे भर्ती के लिए पात्र माने जाएंगे। बशर्ते 12वीं कक्षा में भी उस विषय में पढ़ाई की हो।
जेबीटी के 693 को भरने पर कानूनी राय लेगा विभाग
जेबीटी के 693 पदों पर भर्तियां शुरू करने से पहले शिक्षा विभाग कानूनी राय लेगा। भर्ती एवं पदोन्नति नियमों की उधेड़बुन के कारण यह भर्ती रूकी हुई है। शिक्षा विभाग ने इसको लेकर एनसीटीई (राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद) को पत्र लिखकर क्लेरिफिकेशन मांगी थी। विभाग का कहना है कि राज्य में जेबीटी की भर्ती के लिए जो आरएंडपी नियम बने हैं, उनके अनुसार जिसने डीएलएड (डिप्लोमा इन एलिमेंटरी एजुकेशन) और जेबीटी का कोर्स किया हुआ हो उन्हें नियुक्ति के लिए पात्र माना जाता है। पिछले साल एनसीटीई ने जेबीटी भर्ती के लिए बीएड डिग्रीधारकों को भी पात्र माना था। कोर्ट का भी ऐसा निर्णय आया था। इसके अनुसार जिन्होंने जेबीटी और डीएलएड कोर्स किया हुआ है उनका कहना है कि यदि भर्तियों में बीएड को पात्र माना जाता है तो उनका नंबर नौकरी में आएगा ही नहीं। अभ्यर्थियों ने इसका विरोध कर सरकार से इसमें छूट की मांग की थी। इस पर विभाग कानूनी राय ले रहा है।
स्वीकृत व रिक्त पदों की स्थिति
- श्रेणी, स्वीकृत पद, रिक्त पद
- प्राइमरी, 25293, 1754
- अप्पर प्राइमरी, 16185, 2499
- सीएंडवी, 16901, 5277
- कुल, 58379, 9530
सचिव शिक्षा राजीव शर्मा का कहना है टीजीटी भर्ती को लेकर इक्विलेंस कमेटी ने जो सिफारिशें दी थी, उन्हें लागू करने की मंजूरी दे दी गई है। भर्तियों को लेकर कोर्ट का भी आदेश आ गया है। विभाग में जितनी भी भर्तियां रुकी थी, उन्हें जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा।