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HP Police Paper Leak: मंडी में मनोज ठाकुर ने किया था पेपर लीक, एजेंट भी दबोचा, इस मामले में भी रहा है आरोपित

Himachal Police Paper Leak संयुक्त प्री मेडिकल टेस्ट (सीपीएमटी) घोटाले के आरोपित मनोज ठाकुर ने मंडी में 25 अभ्यर्थियों को पुलिस कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक किया था। 70 से अधिक अंक लेने वाले अभ्यर्थियों ने पूछताछ में मनोज ठाकुर का नाम उगला।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Tue, 17 May 2022 07:10 AM (IST)Updated: Tue, 17 May 2022 07:46 AM (IST)
HP Police Paper Leak: मंडी में मनोज ठाकुर ने किया था पेपर लीक, एजेंट भी दबोचा, इस मामले में भी रहा है आरोपित
सीपीएमटी घोटाले के आरोपित ने 25 अभ्यर्थियों को पुलिस कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक किया था।

मंडी, जागरण संवाददाता। Himachal Police Paper Leak, संयुक्त प्री मेडिकल टेस्ट (सीपीएमटी) घोटाले के आरोपित मनोज ठाकुर ने मंडी में 25 अभ्यर्थियों को पुलिस कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक किया था। 70 से अधिक अंक लेने वाले अभ्यर्थियों ने पूछताछ में मनोज ठाकुर का नाम उगला। इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने मनोज ठाकुर के बैंक अकाउंट,मोबाइल लोकेशन व काल डिटेल खंगाली तो आरोप सही पाए गए। पुलिस ने गत दिनों मनोज ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया था,लेकिन उसकी गिरफ्तारी की भनक किसी को नहीं लगने दी। मनोज ठाकुर को बिहार के एक गिरोह ने प्रश्नपत्र उपलब्ध करवाया था। इसकी एवज में एडवांस में लाखों रुपये का लेनदेन हुआ था।

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मनोज कुमार की निशानदेही पर मंडी पुलिस की एक टीम ने रविवार रात बिहार में दबिश देकर गिरोह के एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए टीम ने वहां डेरा डाल रखा है। मनोज ठाकुर ने करीब 25 अभ्यर्थियों को प्रश्नपत्र उपलब्ध करवाया था। हर अभ्यर्थी के अभिभावक से तीन से चार लाख रुपये एडवांस लिए थे। पुलिस भर्ती की दक्षता परीक्षा समाप्त होने के मनोज ठाकुर अपने अन्य साथियों के साथ सक्रिय हो गया था। दक्षता परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों के अभिभावकों से संपर्क साधा। हर अभ्यर्थी के अभिभावक के साथ सात से आठ लाख रुपये में प्रश्नपत्र उपलब्ध करवाने की डील की।

एडवांस में करीब एक करोड़ जेब में आने के बाद मनोज ठाकुर प्रश्न पत्र के लिए सक्रिय हो गया। सीपीएमटी का पेपर लीक करने वाले अपने पुराने साथियों से संपर्क साधा। बिहार के एक गिरोह ने प्रश्न पत्र उपलब्ध करवाने की हामी भर दी। मनोज ठाकुर के पास लिखित परीक्षा से तीन दिन पहले प्रश्न पत्र आ गया था। जिन 25 अभ्यर्थियों से पैसे लिए थे। उन्हें पेपर से एक दिन पहले होटल में बुलाकर प्रश्नों के उत्तर बता,याद करवाए थे।

अभ्यर्थियों का पेपर अच्छा होने के बाद उसी दिन शाम को बाकी पैसा उनके अभिभावकों से लिया था। 2009 में सीपीएमटी का पेपर लीक हुआ था। इसमें शिमला के एक कोचिंग सेंटर के 25 प्रशिक्षु मेरिट में आए थे। पेपर लीक मामले में मनोज ठाकुर भी संलिप्त था। कई दिनों में जेल में रहने के बाद वह जमानत पर रिहा हुआ था। अब पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले को लेकर दोबारा सुर्खियों में आ गया है।


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