कौन होगा हिमाचल विधानसभा का अध्यक्ष, भाजपा विधायक दल की बैठक में साफ होगी स्थिति
HP Assembly chairman हिमाचल प्रदेश विधानसभा का अगला अध्यक्ष कौन होगा भाजपा विधायक दल की बैठक में स्थिति साफ हो जाएगी।
शिमला/धर्मशाला, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश विधानसभा का अगला अध्यक्ष कौन होगा, भाजपा विधायक दल की बैठक में स्थिति साफ हो जाएगी। भाजपा विधायक दल की बैठक 24 फरवरी को शिमला में होगी। इसमें विधानसभा के नाम पर सहमति के साथ-साथ बजट सत्र के लिए पार्टी की रणनीति भी बनेगी। विधानसभा अध्यक्ष पद पर किसके नाम पर सहमति बनी है, इस पर अभी अटकलें ही लगाई जा रही हैं। हर दिन भाजपा के किसी न किसी विधायक का नाम दिनचर्चा में आ जाता है। कर्नल इंद्र सिंह, नरेंद्र ठाकुर, रमेश धवाला के बाद अब पूर्व मंत्री नरेंद्र बरागटा का नाम भी राजनीतिक गलियारों में चर्चा में है।
पार्टी को बजट सत्र के लिए नए अध्यक्ष का नाम फाइनल करना है। 26 फरवरी को इसकी प्रक्रिया पूरी होगी। 25 फरवरी को नामांकन दायर करना होगा। भाजपा की ओर से कौन प्रत्याशी होंगे। इस पर पार्टी की विधायक दल की बैठक के बाद स्थिति साफ करने की उम्मीद है। पार्टी अध्यक्ष का नाम विधायकों ने तय किया है। बजट सत्र से एक दिन पहले विधायक दल की बैठक शाम सात बजे पीटरहॉफ में की जानी है।
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली बैठक के दौरान पूरे सत्र में पार्टी के रुख पर फैसला लिया जाना है। संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने बताया कि भाजपा विधायक दल की बैठक में सत्र के लिए पार्टी की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। सभी मंत्रियों और विधायकों को बैठक में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के लिए कहा गया है।
डिग्री फर्जीवाड़े में दोषियों की मान्यता रद करे सरकार : राठौर
हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने शिक्षा, नौकरी और तबादलों में चल रहे फर्जीवाड़ों पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि पटवारी, पुलिस भर्ती में फर्जीवाड़ा, उसके बाद फर्जी डिग्रियों का मामला सामने आने से प्रदेश की छवि दागदार हो रही है। ऐसा लगता है कि प्रतियोगी परीक्षा के नाम पर प्रदेश में कोई गिरोह सक्रिय है। आए दिन प्रदेश से ऐसी सूचनाएं मिल रही हैं कि कभी नौकरी देने के बहाने तो कभी ट्रांसफर करवाने के नाम पर प्रदेश के भोलेभाले लोगों को लूटा जा रहा है। प्रदेश सरकार इस पर तुरंत सख्त कदम उठाए। उन्होंने कहा कि यह संस्थान पैसा कमाने का बड़ा अड्डा बन गए हैं। कुछ प्रभावशाली लोग इसमें शामिल हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि फर्जी डिग्री मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों की मान्यता को रद किया जाए।