स्वच्छता सर्वेक्षण में हिमाचल प्रदेश ने 1 रैंक किया सुधार,नार्थ जाेन में पाया चौथा स्थान
प्रदेश ने देश भर की स्वच्छता रैंकिंग में नार्थ जोन में बीते वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष 1 अंक का सुधार करते हुए चौथा स्थान हासिल किया है। हिमाचल प्रदेश बीते वर्ष पांचवें स्थान पर था। उधर शिमला ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए 56 व रैंक हासिल किया है
शिमला, राज्य ब्यूरो। हिमाचल प्रदेश ने देश भर की स्वच्छता रैंकिंग में नार्थ जोन में बीते वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष 1 अंक का सुधार करते हुए चौथा स्थान हासिल किया है। हिमाचल प्रदेश बीते वर्ष पांचवें स्थान पर था। उधर शिमला शहर में देशभर के स्वच्छता रैंकिंग में पुराने अपने रिकार्ड से बेहतर प्रदर्शन करते हुए 56 व रैंक हासिल किया है जबकि बीते वर्ष 56 रैंक पर था। चंदा पूछूर प्रदेश के बाकी शहरों को प्रदेश के आधार पर गिना जाए तो सोलन सबसे ऊपर है।
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100 से कम यूएलबीएस वाले राज्य
राज्य, स्थान,अंक,रेंक
त्रिपुरा,2750.00,1
झारखंड,2450.00,2
उत्तराखंड,2245.00,3
हिमाचल,2200.00,4
हरियाणा,1950.00,5
केरल,1650.00,6
मणिपुरी,1500.00,7
सिक्किम,1500.00,8
असम,1450.00,9
स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 के नतीजों में शिमला 56 वें स्थान पर
शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 के नतीजों में शिमला पिछले साल के 102 रैंक को पीछे छोड़ते हुए 56 वें स्थान पर आया है। भारद्वाज ने स्वछता के क्षेत्र में शिमला की इस बड़ी छलांग का श्रेय स्वच्छता शिमला नगर निगम के सैहब कर्मचारियों को दिया है। भारद्वाज ने कहा कि पिछले वर्ष 102 वें स्थान में आने के बाद स्वच्छता के मामले को उनका कार्यालय लगातार मॉनिटर कर रहा था। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जयराम ठाकुर जी के नेतृत्व में सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के स्वच्छ भारत के मिशन में अपना योगदान दे रही है।
भारद्वाज ने शिमला शहर की जनता का जताया आभार
भारद्वाज ने कहा कुछ मापदंडों में शिमला का स्कोर राष्ट्रीय औसत से भी बेहतर है। भारद्वाज ने नगर निगम शिमला के अन्य कर्मचारियों और शिमला शहर कि जनता का भी आभार व्यक्त किया। भारद्वाज ने बताया कि पिछले एक साल में शिमला में स्वच्छता कि दृष्टि से बहुत से कदम उठाये है। स्मार्ट सिटी के तहत शिमला में 34 गाड़ियां कूड़ा ले जाने के लिए खरीदी गयी हैं। जिस पर साढ़े तीन करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। भारद्वाज ने बताया कि सर्वेक्षण में पाया गया है कि बाजार, रिहायशी क्षेत्रों में स्वछता कि स्थिति बेहतर हुई है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष शिमला में गीले कचरे कि निष्पादन के लिए प्लांट तैयार हो जायेगा। पूरी उम्मीद है कि अगले वर्ष शिमला की रैंकिंग और सुधरगी। प्लांट का काम अवार्ड कर दिया गया है। भारद्वाज ने बताया सिटिज़न वॉइस मापदंड में शिमला रैंकिंग राष्ट्रीय औसत से बेहतर है।