Move to Jagran APP

हिमाचल-पंजाब सीमा पर विवादित भूमि की निशानदेही के लिए कमेटी गठित, 10 दिन में आएगी रिपोर्ट Kangra News

विवादित क्षेत्र की भूमि की निशानदेही करने के लिए दोनों राज्यों के एसडीएम व तहसीलदार की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है जो 10 दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Sat, 29 Jun 2019 03:30 PM (IST)Updated: Sun, 30 Jun 2019 09:47 AM (IST)
हिमाचल-पंजाब सीमा पर विवादित भूमि की निशानदेही के लिए कमेटी गठित, 10 दिन में आएगी रिपोर्ट Kangra News

नूरपुर, जेएनएन। पंजाब-हिमाचल की सीमा पर नूरपुर क्षेत्र से सटे क्षेत्र चक्की खड्ड से कंडवाल तथा जगतगिरी आश्रम तक दोनों राज्यों के बीच भूमि हदबंदी के स्थायी समाधान के लिए शनिवार को नूरपुर में प्रशासन व राजस्व अधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में नूरपुर के विधायक राकेश पठानिया,  कांगड़ा जि़ला के उपायुक्त राकेश प्रजापति तथा पठानकोट जिला के डीसी रामवीर सहित प्रशासन व राजस्व विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया।

loksabha election banner

उपायुक्त राकेश प्रजापति ने बताया इस बैठक का मुख्य उद्देश्य दोनों राज्यों के बीच नूरपुर क्षेत्र के कंडवाल तथा खन्नी क्षेत्र तथा साथ लगते क्षेत्रों में राजस्व सीमांकन विवाद का निपटारा सुनिश्चित बनाना है। उन्होंने कहा भूमि हदबंदी की सही जानकारी न होने के कारण दोनों राज्यों के प्रशासन को अपने कार्य करने में कठिनाई आ रही है। उन्होंने कहा विवादित क्षेत्र की भूमि की निशानदेही करने के लिए दोनों राज्यों के एसडीएम व तहसीलदार की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है, जो 10 दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।

भूमि सीमांकन से जहां राजस्व विवाद का स्थायी हल सुनिश्चित होगा। वहीं दोनों राज्यों के प्रशासन को आपसी सहयोग से खनन व ड्रग माफिया तथा अन्य गैर कानूनी गतिविधियों पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी। बैठक में नूरपुर के एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर, डीएसपी साहिल अरोड़ा, तहसीलदार गणेश ठाकुर, पठानकोट के एसडीएम अर्शदीप सिंह, तहसीलदार अरविंद सलवान सहित प्रशासन व राजस्व विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

डीसी का नूरपुर पहुंचने पर ढोल नगाड़ों से स्वागत

कांगड़ा के उपायुक्त का पदभार संभालने के बाद पहली बार नूरपुर आने पर डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति का एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर की अगुआई में प्रशासन, विभिन्न कर्मचारी संगठनों व प्रदेश भाजयुमो सचिव भवानी पठानिया व कार्यकर्ताओं ने ढोल नगाड़ों से जोरदार स्वागत किया। उपायुक्त कांगड़ा का कार्यभार संभालने से पहले, वह कुछ वर्ष तक नूरपुर के एसडीएम तथा सहायक आयुक्त (विकास) के पद पर सेवाएं दे चुके हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान गरीब लोगों का कल्याण करने के साथ-साथ कई सामाजिक कार्यों को नई दिशा दी थी। प्रजापति ने इस मौके पर कहा जिला कांगड़ा में विकास कार्यों को और गति दी जाएगी तथा सरकार द्वारा समाज के सभी वर्गों के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं को अधिकारियों व कर्मचारियों के सहयोग से धरातल पर सही रूप से पहुंचाने के पूरे प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों से उन्हें सौंपे गए दायित्व को पूरी निष्ठा से आपसी सहयोग से निपटाने का विशेष आग्रह किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.