हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय शुरू करेगा 'पहले किसान फिर दूसरा मुकाम' मुहिम, जानिए
Agriculture University Palampur हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में अब पहले किसान फिर दूसरा मुकाम से कार्य आरंभ होगा।
पालमपुर, शारदा आनंद गौतम। हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में अब पहले किसान फिर दूसरा मुकाम से कार्य आरंभ होगा। डॉ. एचके चौधरी ने कार्यभार संभालने के बाद सभी विशेषज्ञों और अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे किसानों तक पहुंच बनाएं। खेतों में जाकर उनकी दिक्कतें जानें और फिर शोध कार्य हो। जिन किसानों ने अपनी भूमि को खाली छोड़ दिया है, उसकी स्थिति को देखते हुए कार्य करने पर जोर दिया। युवाओं को स्वरोजगार के माध्यम से रोजगार से जोड़ा जाएगा।
पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर के साथ मिलकर कार्य होगा। बीजों की टेंस्टिग के लिए आने वाली कंपनियों से समझौता करते हुए उनके साथ कार्य किया जाएगा। टेक्नोलॉजी पार्क भी स्थापित किया जाएगा। इसमें तीनों विश्वविद्यालयों के अधिकारी मिलकर कार्य करेंगे।
इंग्लैंड में नौकरी के अवसर पर नहीं दिया ध्यान
इंग्लैंड और जापान से फैलोशिप करने वाले डॉक्टर एचके चौधरी को वर्ष 2005 में इंग्लैंड में नौकरी का अवसर मिला। उनकी पत्नी को अच्छी नौकरी देने की बात हुई मगर डॉ. चौधरी ने हिमाचल में काम करने को प्राथमिकता देते हुए उस मौके का लाभ उठाने से इंकार कर दिया। इंग्लैंड में उन्होंने नए सिरे से कार्य करते हुए विश्वविद्यालय और इंग्लैंड बल्कि जापान के साथ भी समझौता करते हुए प्रदेश में पीएचडी करने वाले अपने छात्रों को वहां पर भेजा। विश्वविद्यालय में कार्य करते हुए 22 प्रोजेक्टों के माध्यम से करोड़ों की धनराशि के प्रोजेक्ट लेकर आए।
हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में जुलाई 1981 में डॉ. एचके चौधरी ने मास्टर डिग्री हासिल करने आए। यहां पीएचडी की और बतौर वैज्ञानिक काम करने बाद कुलपति पद पर पहुंचे।