शिमला में भारी बारिश, सचिवालय में घुसा पानी, मुश्किल से निकले लोग
शिमला में तीन घंटे के दौरान ऐसी बारिश हुई लगा कि बादल फट गया हो। इस दौरान 67 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। प्रदेश सचिवालय में बनाई जा रही नई लिफ्ट के पास से पानी भर गया और लोगों का निकलना मुश्किल हो गया।
शिमला, राज्य ब्यूरो। शिमला में तीन घंटे के दौरान ऐसी बारिश हुई लगा कि बादल फट गया हो। बरसात के दौरान अभी तक की सबसे भारी बारिश शिमला में हुई। इस दौरान 67 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। प्रदेश सचिवालय में बनाई जा रही नई लिफ्ट के पास से पानी भर गया और लोगों का निकलना मुश्किल हो गया। कैंटीन में बारिश का पानी लगातार आता रहा जिसको निकालने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। कई घरों में पानी घुस गया।
प्रदेश की ऊंची चोटियों पर ताजा बर्फबारी और अन्य क्षेत्रों में वर्षा ने तापमान गिरा दिया है और ठंड बढ़ गई है। केलंग में अधिकतम तापमान में 10 डिग्री की गिरावट आई है। भुंतर में सात डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई। प्रदेश में बारिश व भूस्खलन के कारण 18 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं और एक मकान को नुकसान पहुंचा है। प्रदेश में हमीरपुर में सात, कांगड़ा में पांच और मंडी में छह सड़कें बंद हैं।
शिमला में ही बारिश का अंतर
शिमला नगर निगम क्षेत्र में 67 मिलीमीटर, जुब्बड़हट्टी में 46, नारकंडा में 10.5, कुफरी में 0.5 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। डलहौजी में आठ, बिलासपुर में सात मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। मौसम विभाग ने आगामी दो दिन कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा की संभावना जताई है, जबकि सोमवार से प्रदेश के अधिकतर स्थानों पर वर्षा की संभावना है।
रामपुर और झाकड़ी के मध्य ब्रौनी खड्ड में बाढ़ आने से एनएच बंद
रामपुर को जिला किन्नौर से जोडऩे वाला राष्ट्रीय राजमार्ग एक बार फिर ब्रौनी खड्ड में पानी भर जाने के कारण देर रात करीब तीन बजे बंद हो गया था, जिसे विभाग के मजदूरों और मशीनरी ने सुबह दस बजे तक वाहनों की आवाज के लिए बहाल कर दिया था। शुक्रवार तड़के तेज बारिश होने के कारण ब्रौनी खड्ड में बाढ़ आने से यह सड़क बंद हुई थी। ब्रौनी खड्ड के पास राष्ट्रीय राजमार्ग बरसात में बार-बार बंद हो जाता है। इससे उक्त स्थान भारी मात्रा में सड़क का कटाव भी हो चुका है। कुछ दिन पूर्व भी इसी खड्ड में भारी गाद आने के कारण यह सड़क कई घंटे बंद रही थी।
विभाग द्वारा सुबह दस बजे तक सड़क को बहाल कर दिया गया था। इसके स्थायी समाधान के लिए विभाग योजना बनाई जा रही है, ताकि यह सड़क सुरक्षित रहे और बार-बार बाधित न हो।
- केएल सुमन, एक्सईएन, राष्ट्रीय राजमार्ग रामपुर