हरिदत्त भारद्वाज ने बांसुरी वादन से श्रोताओं को किया मंत्रमुग्ध
त्रिगर्त उत्सव के शास्त्रीय संगीत की अंतिम संध्या में हरिदत्त भारद्वाज ने अपने बांसुरी वादन से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
जेएनएन, धर्मशाला। त्रिगर्त उत्सव के शास्त्रीय संगीत कार्यक्रम की पांचवीं एवं अंतिम सांस्कृतिक संध्या में मशहूर बांसुरी वादक पंडित रोमू मजूमदार के शिष्य हरिदत्त भारद्वाज ने अपने बांसुरी वादन से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। सोमवार को राजकीय महाविद्यालय के त्रिगर्त सभागार में आयोजित इस संध्या में लोगों ने उनकी प्रस्तुति का आनंद उठाया। इस अवसर पर ब्रिगेड कंमाडर नवदीप बरार ने पांचवीं सांस्कृतिक संध्या की
अध्यक्षता की।
गौरतलब है कि कांगड़ा घाटी की कला, संस्कृति एवं इतिहास के विविध पहलुओं से लोगों को रूबरू करवाने के लिए कांगड़ा जिला में बहुप्रतीक्षित त्रिगर्त उत्सव पहली नवंबर से आरंभ होकर 30 नवंबर तक आयोजित किया जा रहा है। भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश व कांगड़ा ज़िला प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किए जा रहे महीने भर चलने वाले इस उत्सव में जिलेभर में विभिन्न कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की जा रही हैं। इसके तहत पहली से 5 नवंबर तक त्रिगर्त सभागार में शास्त्रीय संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया।