गुलेरिया बने राज्य सूचना आयुक्त, मुख्य सूचना आयुक्त पर नहीं बनी सहमति
मुख्य सूचना आयुक्त की नियुक्ति पर सहमति नहीं बन पाई है। पूर्व आइएएस अधिकारी एसएस गुलेरिया को राज्य सूचना आयुक्त बनाया है। शनिवार को शिमला स्थित राज्य अतिथि गृह पीटरहाफ में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर की तीन सदस्यीय कमेटी की बैठक हुई।
शिमला,राज्य ब्यूरो। हिमाचल प्रदेश के मुख्य सूचना आयुक्त की नियुक्ति पर सहमति नहीं बन पाई है जबकि पूर्व आइएएस अधिकारी एसएस गुलेरिया को राज्य सूचना आयुक्त बनाया है। शनिवार को शिमला स्थित राज्य अतिथि गृह पीटरहाफ में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर की तीन सदस्यीय कमेटी की बैठक हुई। मुख्य सूचना आयुक्त के लिए 50 आवेदनकर्ताओं में से किसी पर भी मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष में सहमति नहीं बनी। अब फिर से कमेटी की बैठक होगी, जिसमें निर्णय लिया जाएगा। वर्तमान मुख्य सूचना आयुक्त नरेंद्र चौहान का कार्यकाल 30 जून को समाप्त हो रहा है।
मुख्य सूचना आयुक्त के लिए आवेदन करने वालों में अतिरिक्त मुख्य सचिव आरडी धीमान, मुख्यमंत्री के सलाहकार एवं निजी सचिव आरएन बत्ता व पूर्व डीजीपी सीता राम मरड़ी सहित कई पूर्व अधिकारी शामिल हैं। मुख्य सूचना आयुक्त का कार्यकाल पहले पांच साल था जबकि अब सरकार ने इसे तीन साल कर दिया है। नरेंद्र चौहान की नियुक्ति पांच साल पहले हुई थी।
कई महत्वपूर्ण पदों पर दे चुके हैं सेवाएं गुलेरिया
मंडी के संधोल निवासी सेवानिवृत्त आइएएस अधिकारी एसएस गुलेरिया युवा सेवाएं एवं खेल विभाग के सचिव, कांगड़ा के मंडलायुक्त व श्रम आयुक्त सहित कई अहम पदों पर सेवाएं दे चुके हैं। राज्य सूचना आयुक्त के लिए 90 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से उन्हें नियुक्त किया गया है। वह 31 मार्च, 2022 को युवा सेवाएं एवं खेल विभाग व मत्स्य पालन विभाग के सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए थे।