कोरोना महामारी के दौर में सरकारी नौकरी का मौका, हिमाचल में वन रक्षकों के भरे जाएंगे 311 पद, पढ़ें खबर
Himachal Forest Guard Bharti कोरोना महामारी के कारण वन रक्षकों की भर्ती बाधित हुई है। महामारी का दौर समाप्त होते ही वन रक्षकों के 311 पदों पर भर्ती की जाएगी। यह बात वन मंत्री राकेश पठानिया ने शिमला में वर्चुअल माध्यम से वन विभाग की समीक्षा बैठक में कही।
शिमला, राज्य ब्यूरो। Himachal Forest Guard Bharti, कोरोना महामारी के कारण वन रक्षकों की भर्ती बाधित हुई है। महामारी का दौर समाप्त होते ही वन रक्षकों के 311 पदों पर भर्ती की जाएगी। यह बात वन मंत्री राकेश पठानिया ने शिमला में बुधवार को वर्चुअल माध्यम से वन विभाग की समीक्षा बैठक में कही। बैठक में विभाग के शोध एवं प्रशिक्षण प्रभाग सुंदरनगर के अतिरिक्त वन वृत मंडी, कुल्लू एवं वन्य प्राणी वृत ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के कार्यों की प्रगति पर चर्चा की गई। मंत्री ने विभाग के अधिकारियों को वनों के संरक्षण व विकास के लिए एक टीम के रूप में कार्य करने को कहा।
इस अवसर पर वन विभाग द्वारा क्रियान्वित की जा रही एक बूटा बेटी के नाम, सामुदायिक वन संवर्धन योजना, विद्यार्थी वन मित्र योजना और विशेष रूप से पर्वत धारा योजना पर विस्तृत चर्चा की गई। पठानिया ने कहा कि विभाग के शोध एवं प्रशिक्षण प्रभाग को और अधिक प्रभावी ढंग से कार्य करना चाहिए। प्रधान मुख्य अरण्यपाल वन डा. सविता ने भी बैठक में भाग लिया।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका के मानदेय में 300 से 500 रुपये की वृद्धि
शिमला। कोरोना संकट के बीच हिमाचल सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं के मानदेय में 300 से 500 रुपये की वृद्धि की है। इस संबंध में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने निर्देश जारी कर दिया है। इसके अब आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को 7300 रुपये मासिक, आंगनबाड़ी सहायिकाओं को 3800 रुपये और मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 5200 रुपये मानदेय दिया जाएगा। ये मानदेय पहली अप्रैल से देने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
इससे 36 हजार महिला कर्मियों को लाभ होगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इसकी बजट में घोषणा की थी। बढ़ा हुआ मानदेय इस साल पहली अप्रैल से मिलेगा। मानदेय का 90 फीसद हिस्सा केंद्र और दस फीसद राज्य देता है। इसके अलावा राज्य सरकार 1400 से 2300 रुपये तक अतिरिक्त मानदेय प्रदान कर रही है।