हिमाचल में खाद पर संकट बरकरार, इफको ने किया सप्लाई से इन्कार, कृषि मंत्री ने केंद्र से उठाया मामला
Himachal Fertilizer Crisis हिमाचल प्रदेश में खाद पर संकट बरकरार है। संकट के बीच इफको ने खाद की और सप्लाई से इन्कार कर दिया है। रबी के सीजन के लिए कुल 76 हजार टन खाद की जरूरत होती है
शिमला, राज्य ब्यूरो। Himachal Fertilizer Crisis, हिमाचल प्रदेश में खाद पर संकट बरकरार है। संकट के बीच इफको ने खाद की और सप्लाई से इन्कार कर दिया है। रबी के सीजन के लिए कुल 76 हजार टन खाद की जरूरत होती है, इनमें 39 हजार टन यूरिया, 18 हजार टन एनपीके 12-32-16,7 हजार टन एनपीके 15-15-15,7500 टन एमओपी, 3500 एसएसपी,1000टन डीएपी की जरूरत शामिल हैं। इनमें से अक्टूबर-नवंबर में 25500 टन खाद की जरूरत रहती है। लेकिन, प्रदेश को अभी तक 11228 टन ही मिल पाई है। यह आधे से भी कम है। अभी करीब 1400 हजार टन और आवश्यकता है। हालांकि ज्यादा कमी एनपीके 12-32-16 की है।
यह खाद इफको से ली जाती है। लेकिन फर्टीलाइजर से विभाग से राज्य के अधिकारियों की जो चर्चा हुई है, उसके अनुसार इफको खाद का एक और रैक की सप्लाई करने में असमर्थ है। इससे प्रदेश में संकट जल्द दूर नहीं होने वाला है।
उधर, कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने खाद की कमी का मामला केंद्र के साथ प्रमुखता से उठाया है। इस संबंध में उन्होंने प्रदेश सचिवालय में मंगलवार को केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग द्वारा आयोजित एक बैठक में भाग लिया। इस बैठक में देश के सभी राज्यों में खाद की उपलब्धता पर चर्चा की गई। बैठक में जानकारी दी गई कि देश में खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
वीरेंद्र कंवर ने बैठक में हिमाचल प्रदेश की वस्तुस्थिति से केन्द्रीय मंत्री को अवगत करवाया। केन्द्रीय मंत्री ने हिमाचल के लिए खाद की उपलब्धता को सुचारू बनाए रखने का आश्वासन दिया। इसके लिए कृषि मंत्री ने उनका आभार व्यक्त किया। बैठक में कृषि विभाग एवं हिमफेड के अधिकारी भी मौजूद रहे।