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Earthquake in Himachal: भूकंप के झटकों से हिली हिमाचल की धरती, जमीन से पांच किलोमीटर नीचे रहा केंद्र

Earthquake in Himachal हिमाचल प्रदेश की धरती बुधवार सुबह भूकंप के झटकों से हिल गई। भूकंप का केंद्र चंबा और जम्मू कश्मीर की सीमा में जमीन से पांच किलोमीटर नीच रहा।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Wed, 26 Feb 2020 02:29 PM (IST)Updated: Wed, 26 Feb 2020 04:34 PM (IST)
Earthquake in Himachal: भूकंप के झटकों से हिली हिमाचल की धरती, जमीन से पांच किलोमीटर नीचे रहा केंद्र
Earthquake in Himachal: भूकंप के झटकों से हिली हिमाचल की धरती, जमीन से पांच किलोमीटर नीचे रहा केंद्र

धर्मशाला/चंबा, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश की धरती बुधवार सुबह भूकंप के झटकों से हिल गई। भूकंप का केंद्र चंबा और जम्मू कश्मीर की सीमा में जमीन से पांच किलोमीटर नीच रहा। भूकंप के झटके चंबा, कांगड़ा व लाहुल-स्‍पीति जिला में भी महसूस किए गए। बुधवार सुबह 7 बजकर 58 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.6 मापी गई है।

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बुधवार सुबह 7 बजकर 58 मिनट पर अचानक भूकंप के झटके महसूस किए जाने से लोग दहशत में आ गए। इस दौरान लोग घरों से बाहर निकल आए। हालांकि, भूकंप की तीव्रता अधिक न होने के कारण जानमाल का कोई भी नुकसान नहीं हुआ है। जिला चंबा और कांगड़ा में कुछ अंतराल के बाद भूकंप के झटके महसूस किए जाते रहे हैं। इस कारण लोगों में भूकंप को लेकर हमेशा डर बना रहता है।

गौरतलब है कि वर्ष 2019 में अगस्त, सितंबर, अक्टूबर तथा दिसंबर माह में लगातार कुछ दिन के अंतराल के बाद भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। उधर, उपायुक्त चंबा विवेक भाटिया का कहना है भूकंप के कारण जानमाल के नुकसान होने की सूचना नहीं है। लोगों को इस तरह की आपदाओं से बचने के लिए समय-समय पर जागरूक किया जा रहा है। आपदा प्रबंध के तहत लोगों को आपदा से बचने के उपाय बताए जा रहे हैं।

भूकंप आने पर करें ये उपाय

यदि भूकंप आ जाए तो घर से बाहर खुले में निकलें। घर में फंस गए हों तो बेड या मजबूत टेबल के नीचे छिप जाएं। घर के कोनों में खड़े होकर भी खुद को बचाया जा सकता है। भूकंप आने पर लिफ्ट का प्रयोग बिल्कुल न करें। खुले स्थान में जाएं, पेड़ व बिजली की लाइनों से दूर रहें। इसके अलावा भूकंप रोधी मकान भी उतने ही जरूरी होते हैं। यह, हालांकि बहुत महंगा नहीं होता, पर इसे लेकर लोगों में जागरूकता की कमी के कारण अक्‍सर लोग इसकी अनदेखी कर बैठते हैं।


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