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Himachal Pradesh Earthquake: भूकंप के झटकों से हिला हिमाचल, एक घंटे के बीच तीन बार हिली धरती

Himachal Pradesh Earthquake हिमाचल प्रदेश भूकंप के झटकों से हिल गया है। जिला चंबा में लगातार दूसरे दिन भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Mon, 09 Sep 2019 12:45 PM (IST)Updated: Mon, 09 Sep 2019 03:16 PM (IST)
Himachal Pradesh Earthquake: भूकंप के झटकों से हिला हिमाचल, एक घंटे के बीच तीन बार हिली धरती
Himachal Pradesh Earthquake: भूकंप के झटकों से हिला हिमाचल, एक घंटे के बीच तीन बार हिली धरती

धर्मशाला, जेएनएन। Himachal Pradesh Earthquake हिमाचल प्रदेश भूकंप के झटकों से हिल गया है। जिला चंबा में लगातार दूसरे दिन भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रविवार को दो बार भूकंप आया था व सोमवार को एक घंटे के बीच तीन बार धरती हिली है। भूकंप का केंद्र बिंदु जम्‍मू-कश्‍मीर और चंबा के सीमावर्ती क्षेत्र में पांच किलाेमीटर नीचे रहा। पहला झटका 12:10 बजे महसूस हुआ। इसकी तीव्रता रिक्‍टर पैमाने पर 5.0 मापी गई है। दूसरा झटका 12.40 बजे इसी केंद्र पर महसूस किया गया, इस दौरान तीव्रता 3.2 रही है। 12.57 बजे तीसरी बार धरती हिली, इस बार सबसे कम 2.7 तीव्रता मापी गई। अब तक जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। पहली बार तीव्रता काफी ज्‍यादा होने के कारण पांगी, चंबा व कांगड़ा सहित लाहुल-स्‍पीति जिला में भी झटके महसूस किए गए हैं व लोग घरों से बाहर निकल आए। लगातार आ रहे भूकंप के झटकों के बाद प्रशासन अलर्ट हो गया है।

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कैसे आता है भूकंप

पृथ्वी की बाह्य परत में अचानक हलचल से उत्पन्न ऊर्जा के परिणाम स्वरूप भूकंप आता है। यह ऊर्जा पृथ्वी की सतह पर, भूकंपी तरंगें उत्पन्न करती है, जो भूमि को हिलाकर या विस्थापित कर के प्रकट होती है। भूकंप प्राकृतिक घटना या मानवजनित कारणों से हो सकता है। अक्सर भूकंप भूगर्भीय दोषों के कारण आते हैं। भारी मात्रा में गैस प्रवास, पृथ्वी के भीतर मुख्यत: गहरी मीथेन, ज्वालामुखी, भूस्खलन, और नाभिकीय परिक्षण ऐसे मुख्य दोष हैं।

ऐसे करें बचाव

  • सुरक्षित स्थान पर भूकंपरोधी भवन का निर्माण कराएं।
  • समय-समय पर आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण लें व पूर्वाभ्यास करें।
  • आपदा की किट बनाएं जिसमें रेडियो, जरूरी कागज, मोबाइल, टार्च, माचिस, मोमबत्ती, चप्पल, कुछ रुपये व जरूरी दवाएं रखें।
  • भूकंप आने पर परिवार के लोगों को बिजली व गैस बंद करने को कहें।
  • भूकंप के दौरान टेबल, पलंग या मजबूत फर्नीचर के नीचे शरण लें।
  • संतुलन बनाए रखने के लिए फर्नीचर को कस पकड़ लें।
  • लिफ्ट का प्रयोग कतई न करें।
  • खुले स्थान पर पेड़ व बिजली की लाइनों से दूर रहें।
  • मकान ध्वस्त हो जाने के बाद उसमें न जाएं।
  • कार के भीतर हैं तो उसी में रहें, बाहर न निकलें।

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