स्कूलों का ऋण ब्याज सहित हो माफ
संवाद सूत्र नगरोटा सूरियां इंडिपेंडेंट स्कूल एसोसिएशन (आइएसए) प्रदेशाध्यक्ष गुलशन कुमार न
संवाद सूत्र, नगरोटा सूरियां : इंडिपेंडेंट स्कूल एसोसिएशन (आइएसए) प्रदेशाध्यक्ष गुलशन कुमार ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री से मांग की है कि गुणात्मक शिक्षा के लिए डायरेक्ट वाउचर ट्रांसफर (डीवीटी) प्रणाली लागू की जाए। डीपीटी की मांग के समर्थ में पांच सितंबर को ब्लैक डे के रूप में मनाया जाएगा और उसके बाद पूरे भारतवर्ष में 12 सितंबर को इसी कार्यक्रम के तहत तीन दिन के लिए स्कूल बंद रहेंगे।
गुलशन कुमार ने सरकार से मांग की है कि चार महीनों से खड़ी स्कूल बसों के टैक्स व बैंक लोन किस्त कोविड 19 अवधि तक ब्याज सहित माफ किए जाएं। कोरोना संकट से उबरने के लिए स्कूलों को मात्र छह फीसद वार्षिक ब्याज की दर पर ऋण मुहैया करवाया जाए। सभी मांगों का एक पत्र प्रधानमंत्री को भेजकर समाधान की मांग की जाएगी।
राष्ट्रीय स्तर पर शुरू हुए शिक्षा बचाओ अभियान की कड़ी में हिमाचल के इंडिपेंडेंट स्कूल एसोसिएशन ने वीरवार को ऑनलाइन बैठक का आयोजन किया। बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा व राष्ट्रीय समन्वयक एंथोनी थॉमस सहित प्रदेश के सभी जिला अध्यक्ष शामिल हुए।
गुलशन कुमार ने बताया कि अभियान 29 जुलाई को शिक्षाविद् गुरुचरण दास, दीपक मंडोक, मेजर जनरल दिलबाग सिंह व राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा की उपस्थिति में शुरू हुआ था।
एसोसिएशन ने मांग की है कि कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए स्कूल प्रबंधक, अध्यापक व अभिभावक को राहत देने के लिए सरकार डीवीटी के माध्यम से बजट उपलब्ध करवाए, ताकि अभिभावकों को राहत मिलने के साथ हर बच्चे को शिक्षा के क्षेत्र में राइट ऑफ एजुकेशन के तहत फ्री और कंप्लसरी एजुकेशन के लिए स्कूल चुनने का अधिकार दिया जाए।
जिस तरह सरकार वोकेशनल कोर्स में सरकार पहले ही डीपीटी सभी बच्चों को दे रही है तो उसी की तर्ज पर बेसिक एजुकेशन पर भी डीपीटी दी जाए। इससे नर्सरी से जमा दो कक्षा तक की बेसिक एजुकेशन के लिए बच्चे पसंद के स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर सकें।
गुलशन कुमार ने कहा कि अभियान 51 दिन तक चलाया जाएगा व 17 सितंबर को प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर समापन किया जाए। अभियान भारत के सभी प्रांतों में चलाया जाएगा। बाद में जिला व ब्लॉक स्तर पर भी इस अभियान को चलाया जाएगा।