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चिट्टे से युवाओं के हाथ काले, जिला कांगड़ा में कर्फ्यू के दौरान दुर्घनाएं कम, नशे का कारोबार ज्यादा

Drugs in kangra सख्ती के बावजूद कांगड़ा जिले में नशीले पदार्थों की तस्करी के मामले कम नहीं हो रहे हैं।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Sat, 27 Jun 2020 10:54 AM (IST)Updated: Sat, 27 Jun 2020 10:54 AM (IST)
चिट्टे से युवाओं के हाथ काले, जिला कांगड़ा में कर्फ्यू के दौरान दुर्घनाएं कम, नशे का कारोबार ज्यादा

धर्मशाला, जेएनएन। सख्ती के बावजूद कांगड़ा जिले में नशीले पदार्थों की तस्करी के मामले कम नहीं हो रहे हैं। जिले के सीमांत क्षेत्रों में विशेषकर चिट्टे का अवैध कारोबार हो रहा है। हैरत यह है कि कई पढ़े लिखे युवा भी चिट्टे के कारोबार में हाथ काले कर रहे हैं। युवा तो नशे के कारोबार में संलिप्त हैं ही अब युवतियां भी पीछे नहीं हैं। डमटाल में हेरोइन के साथ पकड़े तीन युवकों के साथ एक युवती भी थी, जो इस धंधे में शामिल थी। बड़ी बात यह है कि युवती सिविल इंजीनियरिंग कर चुकी है। उसका इस धंधे में शामिल होना चिंता का विषय है।

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फ‍िलहाल युवती व तीनों युवकों को अदालत ने तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। नशे की खेप मंगवाने के लिए युवा कई तरह के तरीके अपना रहे हैं। भवारना डाकघर में पार्सल लेते समय पुलिस की ओर से पकड़े गए दोनों युवकों ने दिल्ली के द्वारका से हेरोइन मंगवाई है। पिछले तीन महीने में करीब 20 मामले चिट्टे के सामने आए हैं। इनमें से सबसे अधिक मामले उपमंडल नूरपुर के हैं। कांगड़ा व भवारना से  भी नशा बरामद होने के मामले सामने आए हैं।

मार्च से अब तक 20 मामले पकड़े : एसपी

मार्च से अब तक चिट्टा बरामद होने के करीब 20 मामले सामने आए हैं। इन मामलों में युवा ही शामिल हैं। पुलिस नशे का कारोबार करने वालों पर शिकंजा कस रही है। लोगों को भी युवाओं को नशे से बचाने के लिए उन्हें जागरूक करना चाहिए। -विमुक्त रंजन, पुलिस अधीक्षक कांगड़ा।


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