ढांगूपीर में कुत्ते व बेसहारा पशुओं से परेशान लोग, प्रशासन दिलवाए निजात
बेसहारा सांडों के बाद अब खूंखार कुत्तों के आतंक से क्षेत्र की जनता में खौफ है। प्रशासन की तरफ से कोई उचित कार्रवाई न किए जाने के कारण लोगों में चिंता है। लोगों ने स्थानीय प्रशासन ने खूंखार कुत्तों व बेसहारा पशुओं से राहत की मांग की है।
ढांगूपीर, दिनेश पंडित। विकास खंड इंदौरा के तहत आते गांव डमटाल मोहटली सूरजपुर ढांगूपीर में कुत्तों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय है। बेसहारा सांडों के बाद अब खूंखार कुत्तों के आतंक से क्षेत्र की जनता में खौफ है। प्रशासन की तरफ से कोई उचित कार्रवाई न किए जाने के कारण लोगों में चिंता है।
बुधवार सुबह मोहटली बाज़ार में कुत्तों के झूंड ने बाजार से गुजर रही एक महिला पर हमला कर दिया। महिला ने मुश्किल से खुद को व अनपे बच्चे को कुत्तों से बचाया। वहीं, एक अनय व्यक्ति पर मोहटली बाजार में कुत्तों ने उस पर भी हमला किया। जैसे तैसे व्यक्ति ने खुत को बचाया तो थोड़ी ही देर में वहां से गुजरे मोटरसाइकिल चालक पर भी हमला कर दिया अौर वह असंतुलित हो कर गिर गया। हालांकि मोटरसािकिल चालक को ज्यादा चोट नहीं अाई। लोगों ने स्थानीय प्रशासन ने खूंखार कुत्तों व बेसहारा पशुओं से राहत की मांग की है।
राय सिंह का कहना है कि इलाके में बेसहारा पशुओं और कुत्तों का इतना खोफ है कि वाहनों से चलना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। खास तौर पर महिलाओं और बच्चों को इनसे सबसे अधिक खतरा रहता है और आए दिन आवारा कुत्तों और सांडों से कई लोग घायल हो गए हैं प्रशासन को इन आवारा कुत्तों से शीघ्र ही कोई हल निकालना चाहिए।
ठाकुर मोती सिंह ने कहा कि अभी तक बेसहारा पशुओं से किसानों को निजात नहीं दिला पाईं है। सरकार और उपर से सुरजपुर मोहटली में आवारा कुत्तों की बढ़ती तादाद से हर रोज कोई ना कोई वाहन चालक इन आवारा कुत्तों की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो रहा है। सरकार को इस विषय पर गंभीर संज्ञान लेना चाहिए
नीशू शर्मा ने कहा कि ढा़ंगूपीर में दो सरकारी स्कूल है जिसमें छोटे छोटे बच्चे पढ़ने आते हैं और स्कूल के गेट के बाहर दर्जनों आवारा कुत्ते झुण्ड बनाकर बैठे रहते हैं जो हर आने जाने वाले वाहनों के पीछे भागते हैं और जिस कारण दोपहिया वाहन चालकों का संतुलन बिगड़ने से कम बहुत से लोग अक्सर चोटिल हो रहें