बस किराया बढ़ाने पर केबिनेट में हो सकता है फैसला, निजी ऑपरेटर्स यूनियन ने मंत्री से की मुलाकात
हिमाचल प्रदेश में बसों के किराये में बढ़ोत्तरी होगी या नहीं इस पर सोमवार को प्रस्तावित मंत्रिमंडल बैठक में फैसला हो सकता है।
शिमला, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश में बसों के किराये में बढ़ोत्तरी होगी या नहीं, इस पर सोमवार को प्रस्तावित मंत्रिमंडल बैठक में फैसला हो सकता है। निजी बस ऑपरेटर सरकार पर लगातार दबाव बना रहे हैं। वे सामान्य किराये में पचास फीसद तक की बढ़ोत्तरी करने की मांग उठा रहे हैं। लेकिन अगर किराया बढ़ा तो बसों में ऑक्यूपेंसी और घट सकती है। अभी अधिकतम ऑक्यूपेंसी 35 फीसद तक है। कोरोना महामारी के डर के कारण सवारियां ज्यादा संख्या में नहीं बैठ रही हैं। परिवहन विभाग बसों में किराये की बढ़ोत्तरी से जुड़ा नया प्रस्ताव सरकार को नहीं भेजेगा। पहले ही प्रस्ताव भेजा जा चुका है और यह सरकार के विचाराधीन है।
संघ ने की मंत्री से मुलाकात
निजी बस ऑपरेटर संघ की प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने रविवार को कुल्लू में परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर से मुलाकात की। उन्होंने बस किराया 50 फीसद बढ़ाने, न्यूनतम किराया 15 रूपये करने की मांग की। साथ ही विशेष पथकर, टोकन टैक्स को अगले साल 31 माच तक माफ करने का आग्रह किया। उधर, ऑपरेटरों की सरकार समर्थक कुल्लू जिले की यूनियन ने भी भूपेश नंदन की अगुवाई में मंत्री से मुलाकात की। उन्होंने टोकन, विशेष पथकर टैक्स में छूट की अवधि बढ़ाने की मांग की। बेशक किराया न बढ़े।
कितनी चल रही बसें
निजी बस ऑपरेटरों के एक गुट का दावा है कि आठ बसें चल रही हैं। जबकि राजेश पराशर गुट के अनुसार साढ़े पांच सौ से भी घटकर साढ़े तीन सौ रह गई है। यही हाल सरकारी बसों का भी है। ये भी एक चौथाई रूटों पर ही चल रही हैं।
क्या कहते हैं बस ऑपरेटर्स
- किराया बढ़ाना जरूरी है। पचास फीसद तक किराया बढ़ें। न्यूनतम किराया हिमाचल में देश भर में सबसे कम है। मंत्री से कुल्लू में मुलाकात की है। उनके साथ सभी मुद्दों को प्रमुखता से उठाया गया है। -राजेश पराशर, प्रदेशाध्यक्ष, निजी बस ऑपरेटर संघ।
- रविवार को हमारी यूनियन ने मंत्री से मुलाकात कर टैक्स में छूट की अवधि मार्च 2021 तक बढ़ाए जाने की मांग की गई है। भले ही किराया न भी बढ़े। -भूपेश नंदन, बस ऑपरेटर, कुल्लू।
प्रस्ताव सरकार को भेजा
लोग कोरोना के कारण घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। बसों में 30 से 35 फीसद ऑक्यूपेंसी चल रही है। जहां तक किराया बढ़ाने के प्रस्ताव का सवाल है तो इसे पहले ही सरकार के पास भेजा जा चुका है। फिर से नहीं भेजा जा रहा है। -जेएम पठानिया, निदेशक, परिवहन विभाग।
मंत्री ने साधी चुप्पी
परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने बस किराया बढ़ाने के प्रस्ताव पर पूरी तरह से चुप्पी साध ली है। क्या इस पर कैबिनेट में चर्चा होगी या नहीं, इस बारे में यह गोपनीयता का हवाला देकर कुछ भी कहने से इंकार कर रहे हैं।