लॉकडाउन में भी साइबर ठगों से रहें सतर्क, फेसबुक पासवर्ड को लेकर बरतें यह खास सावधानी
हिमाचल प्रदेश साइबर क्राइम पुलिस अधीक्षक संदीप धवल का कहना है साइबर अपराध के लिए किसी मूवमेंट की जरूरत नहीं है। यह कहीं भी ठगी कर सकते हैं।
धर्मशाला, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश साइबर क्राइम पुलिस अधीक्षक संदीप धवल का कहना है साइबर अपराध के लिए किसी मूवमेंट की जरूरत नहीं है। यह कहीं भी ठगी कर सकते हैं। इसकी कोई सीमा नहीं होती, अगर आप सचेत नहीं है तो कफ्यरू के दौरान भी आसानी से ठगी के शिकार हो सकते हैं। अपराधी इंटरनेट का उपयोग कर किसी भी फेक वेबसाइट, संदिग्ध लिंक, पोर्टल, कॉल, वीआइओपी कॉल से आम जनता को टारगेट कर ठगी को अंजाम दे रहे हैं।
आज भारत समेत पूरा विश्व कोरोना वायरस से जूझ रहा है। सभी लोगों में यह उत्सुकता है कि कोरोना वायरस से संबंधित सभी नवीन सूचनाओं का तुरंत अवलोकन करें। लोगों में भय का वातावरण बना हुआ है। इन्हीं चर्चाओं एवं स्थिति का फायदा उठा कर साइबर अपराधी अपने जाल में फंसाने का प्रयास करते है। ये अपराधी पूरे विश्व में जो भी ठगी का सबसे अच्छा तरीका है, उसका प्रयोग करते हैं।
ऑनलाइन दुनिया के किसी भी कोने में बैठकर आम जनता को टारगेट करके ठगी को अंजाम दे रहे हैं साइबर अपराधी निरन्तर अपने टारगेट को मालवेयर लिंक जैसे कोरोना एप, स्पाई मैक्स कोरोना लाइव, वुहान लाइव आदि भेज कर आपके कंप्यूटर को हैक कर सकते हैं। प्रदेश सरकार, किसी स्वास्थ्य संगठन तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन के नाम से भी ठगने का प्रयास किया जा सकता है। इनके द्वारा मांगी कोई भी सूचना को पहले वेरीफाई करें। क्योंकि ये संगठन कभी भी कोई निजी सूचना यूजर नेम, पासवर्ड, बैंक, एटीएम कार्ड की डिटेल नहीं मांगते हैं और न ही किसी लिंक पर क्लिक करने को कहते हैं।
वर्तमान में कोरोना वायरस के नाम से धन संग्रह के लिए दान की उगाही का प्रयास कर सकते है। जो कोई भी राशि दान करने से पूर्व उस लिंक, संस्था के नाम व व्यक्ति के बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त कर पहले आश्वस्त हो जाएं। कोविड-19 के नाम से किसी लिंक को क्लिक न करें। जब तक आश्वस्त न हो यह किसी सरकार एवं राष्ट्र के किस अधिकृत एजेंसी द्वारा भेजा न हो।
यह लिंक आप को किसी मालवेयर इन्फेक्टेड वेबसाइट पर ले जा सकते हैं। आप किसी भी फोन कॉल पर उनके कहे अनुसार रिस्पांड न करें। यह आपकी निजी जानकारी चुरा सकते हैं। इससे आप को आर्थिक नुकसान हो सकता है। हिमाचल पुलिस का सोशल मीडिया मॉनीटरिंग सेल निरन्तर सोशल मिडिया पर फेक न्यूज पर नजर बनाए हुए है।
लोगों से अपील फेसबुक का पासवर्ड फोन नंबर पर न रखें
राज्य साइबर पुलिस स्टेशन शिमला के द्वारा लोगों को निरंतर जागरूक किया जा रहा है कि वे फेसबुक अकाउंट अपने मोबाइल फोन नंबर के आधार पर न खोले और न ही मोबाइल फोन नंबर को पासवर्ड के तौर पर प्रयोग करें। कफ्र्य के दौरान घर पर रहें और इंटरनेट का प्रयोग करते समय सतर्कता बरतें।