Coronavirus Effect: कोरोना की मार, चौपट हुआ पर्यटन कारोबार; होटलों में 100 फीसद बुकिंग रद
Coronavirus कोरोना के कहर ने पर्यटन कारोबार को चौपट कर दिया है। पर्यटन नगरी धर्मशाला व मैक्लोडगंज के होटलों में सौ फीसद बुकिंग रद हो गई है।
धर्मशाला, जेएनएन। कोरोना के कहर ने पर्यटन कारोबार को चौपट कर दिया है। पर्यटन नगरी धर्मशाला व मैक्लोडगंज के होटलों में सौ फीसद बुकिंग रद हो गई है। पिछले साल इन दिनों होटल 60 फीसद तक बुक थे। इससे हर होटल कारोबारी को 20 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। धर्मशाला, मैक्लोडगंज व आसपास के क्षेत्रों में 400 होटल हैं। इसके अलावा गेस्ट हाउस, होम स्टे, ब्रेक फास्ट एंड लंच सर्विस को मिलाकर इनकी संख्या करीब एक हजार हैं और इनसे हजारों लोगों को रोजगार मिला है।
होटलों में सारी बुकिंग रद
होटल एसोसिएशन अपर धर्मशाला के अध्यक्ष अश्वनी बांबा का कहना है होटलों में 100 फीसद बुकिंग रद हो गई है। सीजन शुरू होने से पहले ही खत्म हो गया है। महाराष्ट्र सरकार ने टूअर और ट्रेवल एजेंट्स को हिदायत दी है कि कोई भी टूअर लेकर न आएं। इस कारण होटलों में सारी बुकिंग रद हो गई है। होटल कारोबारी दिनेश कपूर का कहना है उम्मीद थी कि अच्छा सीजन होगा, लेकिन यह शुरू होने से पहले ही खत्म हो गया है। ज्यादातर बुकिंग रद हो गई है। इससे रोजगार पर असर पड़ेगा।
होटल व रेस्टोरेंट पर लगे ताले
होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष महेंद्र कपूर का कहना है होटलों में सभी बुकिंग रद हो गई है। हमारे पास चार होटल हैं व 65 कर्मचारी हैं। इन हालात में ताला ही लगाना पड़ेगा। वायरस के कारण व्यवसाय चौपट हो गया है। होटल व्यवसायी शमशेर नैहरिया का कहना है यहां का होटल कारोबार ज्यादातर बाहर से आने वाले पर्यटकों पर निर्भर है। जब पर्यटक ही नहीं आएंगे तो व्यवसाय का चौपट होना स्वभाविक है।
मनी एक्सचेंज एजेंसी का काम भी ठप
पॉल मर्चेंट लिमिटेड मैक्लोडगंज के प्रबंधक स्वरूप सिंह का कहना है फॉरेन मनी एक्सचेंज में जुटी एजेंसियों का कार्य भी प्रभावित हुआ है। विदेशी पर्यटकों की आवाजाही कम हो गई है। बहुत कम लोग विदेशी मुद्रा के बदले भारतीय करेंसी लेने के लिए पहुंच रहे हैं।
डाडासीबा बाजार हुआ सूना
डाडासीबा बाजार सोमवार को ग्राहकों के बिना सूना नजर आया। लोग बाजार का रुख करने से परहेज करने लगे हैं। दुकानदार रितेश शर्मा ने बताया कि स्कूल, कॉलेज व अन्य शिक्षण संस्थानों के बंद होने से ग्राहक कम हो गए हैं। दुकानदार कृष्ण दत्त शर्मा व प्रवीण मेहता ने बताया कि मंदी का दौर शुरू हो गया है।
मृदा जांच शिविरों पर भी कोरोना की छाया
जिला कांगड़ा में लगने वाले मृदा जांच शिविरों पर भी कोरोना वायरस ने प्रभाव डाल दिया है। विभाग ने सात ब्लॉकों में मृदा जांच शिविरों का आयोजन करना था। 20 मार्च से पूर्व विशेष शिविर प्रस्तावित थे। इसके लिए विधायकों और मंत्रियों से समय लेते हुए विभाग ने आयोजन की तैयारी की थी। वायरस के कहर के कारण सभी मृदा जांच शिविर रद कर दिए हैं। जांच शिविरों को विभाग ने कृषि मेले की तरह आयोजित करवाना था। प्रत्येक ब्लॉक में करीब चार से पांच सौ किसानों ने इसमें जुटना था। शिविरों के लिए केंद्र सरकार से प्रदेश को बजट मिला है। 31 मार्च से पूर्व यह आयोजन करते हुए बजट को भी इस्तेमाल में लाया जाना था। विभाग ने अपने स्तर पर राजनीतिज्ञों से संपर्क साधते हुए शाहपुर व बैजनाथ में 20 मार्च से पूर्व शिविरों को आयोजित करना था। 31 मार्च तक यह आयोजन नहीं होने पर केंद्र से स्वीकृत बजट के लैप्स होने के आसार बन गए हैं।