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Coronavirus: तिब्बती की मौत के बाद कांगड़ा में हड़कंप, निजी अस्पताल लॉकडाउन; स्टाफ आइसोलेशन में रखा

हिमाचल में कोरोना वायरस के संक्रमण से सोमवार को पहली मौत हो गई।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Mon, 23 Mar 2020 09:50 PM (IST)Updated: Tue, 24 Mar 2020 11:48 AM (IST)
Coronavirus: तिब्बती की मौत के बाद कांगड़ा में हड़कंप, निजी अस्पताल लॉकडाउन; स्टाफ आइसोलेशन में रखा
Coronavirus: तिब्बती की मौत के बाद कांगड़ा में हड़कंप, निजी अस्पताल लॉकडाउन; स्टाफ आइसोलेशन में रखा

धर्मशाला/कांगड़ा, जेएनएन। हिमाचल में कोरोना वायरस के संक्रमण से सोमवार को पहली मौत हो गई। तिब्बती समुदाय से संबंधित मैक्लोडगंज निवासी 68 वर्षीय तेंजिन छुड़ेन 15 मार्च को अमेरिका से लौटा था। सोमवार को सांस लेने में तकलीफ के कारण उसे कांगड़ा स्थित श्री बालाजी अस्पताल ले जाया गया था। जांच के बाद चिकित्सकों ने उसे डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा रेफर कर दिया, जहां उसने दम तोड़ दिया। टांडा अस्पताल में प्रारंभिक नमूनों की जांच में कोरोना संक्रमण से मौत की पुष्टि हुई है, जबकि पुणे लैब से अभी रिपोर्ट आनी शेष है। तिब्बती की मौत के बाद निजी अस्पताल को प्रशासन ने एहतियात के तौर पर लॉकडाउन कर दिया है। बताया जा रहा है अस्पताल में सौ से ज्यादा चिकित्सक रोटेशन में ड्यूटी पर थे, इसके अलावा पैरा मेिडकल स्टाफ, नर्सों समेत मरीजों को मिलाकर यह आंकड़ा सैकड़ों में जा रहा है।

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साथ ही डॉक्टरों, नर्सों व पैरामेडिकल स्टाफ को एहतियात के तौर पर निगरानी में रखा है। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर मैक्लोडगंज को भी सील कर दिया है। कोई भी दुकान नहीं खुलेगी व आवाजाही नहीं होगी। तेंजिन छुड़ेन ने अमेरिका से लौटने की जानकारी प्रशासन को भी नहीं दी थी। एसडीएम कांगड़ा जतिन लाल ने बताया कि प्रशासन ने निजी अस्पताल को लॉकडाउन कर दिया है और सीएमओ व बीएमओ निगरानी कर रहे हैं। स्टाफ को आइसोलेशन में रखा गया है।

टांडा मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुरिंद्र सिंह का कहना है टांडा मेडिकल कॉलेज पहुंचने से पहले ही तिब्बती की मौत हो चुकी थी। प्रथम चरण में हुई जांच में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। फिर भी पुणे की लैब की रिपोर्ट का इंतजार है। वृद्ध का अंतिम संस्कार कहां और कैसे किया जाएगा, यह निर्णय उपायुक्त कांगड़ा लेंगे। इसके संपर्क में आए लोगों के आइसोलेशन की जिम्मेदारी निर्वासित तिब्बती सरकार की है।

निजी अस्पताल के एमडी डॉ. राजेश शर्मा का कहना है अस्पताल में एक तिब्बती वृद्ध उपचार के लिए आया था लेकिन चिकित्सकों ने उसे संदिग्ध होने पर तुरंत डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा रेफर कर दिया था। अब अस्पताल के पूरे स्टाफ को आइसोलेशन में रखा गया है।


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