HRTC प्रबंधन की बड़ी चूक, संक्रमित बस के परिचालक की नहीं दी जानकारी; दैनिक जागरण ने निभाया फर्ज
मामूली चूक से बड़ी भूल हो जाती इससे पहले ही एक परिचालक को दैनिक जागरण के प्रतिनिधि की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग ने आइसोलेट कर दिया।
ऊना, राजेश शर्मा। मामूली चूक से बड़ी भूल हो जाती, इससे पहले ही एक परिचालक को दैनिक जागरण के प्रतिनिधि की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग ने आइसोलेट कर दिया। इस बीच इस बात से अनजान परिचालक स्वजनों के अलावा कई लोगों के संपर्क में आ चुका था। यह उसी बस का परिचालक था जो 19 मार्च की सुबह को तब्लीगी जमात के 19 लोगों जिनमें तीन कोरोना संक्रमित थे, को लेकर नालागढ़ पहुंची थी।
कोरोना वायरस से संभावित संक्रमित परिवहन निगम की एक बस में जो परिचालक अनजाने में दो दिन तक सफर करता रहा उसे आइसोलेट कराना निगम प्रबंधन भूल गया था। जिस परिचालक को आइसोलेट करना चाहिए था उसकी जगह किसी दूसरे परिचालक को आइसोलेट करके बकायदा उसका सैंपल ले लिया गया। हालांकि यह भी पता चला है कि जिस परिचालक को पहले आइसोलेट किया गया और उसके घर के लोगों को क्वारंटाइन किया गया वह तब्लीगी जमात के लोगों के बस में सफर करने के करीब 17 घंटे के बाद बस में सवार हुआ था।
कहां हुई चूक
परिवहन निगम प्रबंधन ने पुलिस की ओर से मिली सूचना के बाद इन बसों में छह चालक और परिचालकों को भी होम क्वारंटाइन किया था। साथ ही इनके परिवारों को भी होम क्वारंटाइन रहने के निर्देश जारी किए गए। जो नाम छह लोगों के स्वास्थ्य विभाग को मिले उसमें उस परिचालक का नाम नहीं था जिसने नालागढ़ में उस बस का परिचालन किया था जिसमें तब्लीगी समाज के पॉजिटिव निकले लोगों ने सफर किया था। हालांकि यह परिचालक पहले से ही मुस्तैद था लेकिन चूक मामूली नहीं थी।
दैनिक जागरण के सहयोग से परिचालक की हुई पहचान
परिचालकों व चालकों को आइसोलेट करने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी थी। अब जिन लोगों ने इस बस में नालागढ़ से हमीरपुर और हमीरपुर से नालागढ़ बद्दी के बीच सफर किया था उनकी जानकारी जुटाने के लिए दैनिक जागरण की ओर से परिचालकों को संपर्क किया गया। जब तहकीकात की गई तो मालूम हुआ कि जो परिचालक तब्लीगी जमात के पॉजिटिव आए तीन यात्रियों के बस में उतरने के बाद संभावित संक्रमित बस में आगे के सफर पर रवाना हुआ उसका तो नाम ही नहीं था। दैनिक जागरण द्वारा उस परिचालक से संपर्क किया गया तो उसने बताया कि उसे क्वारंटाइन करने की कोई जानकारी नहीं है।
अनजाने में छूट गया नाम
इस मामले में कहीं अनजाने में गलती से परिचालक का नाम छूट गया था। जब ध्यान में मामला लाया गया तो संबंधित महकमे को तुरंत जानकारी दे दी। उस परिचालक को अब आइसोलेट करने के बाद सैंपल भी ले लिया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने परिवार को भी होम क्वारंटाइन पर रखा है। -जोगिंद्र चौधरी, क्षेत्रीय प्रबंधक ऊना।