कंडक्टर भर्ती पेपर लीक: शाहपुर व शिमला केंद्र में हुई लापरवाही, मामले में आज सौंपी जाएगी रिपोर्ट
Conductor Bharti Paper Leak हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) की कंडक्टर भर्ती की लिखित परीक्षा विवाद में घिर गई है। रविवार को राजधानी शिमला व कांगड़ा जिले के शाहपुर स्थित परीक्षा केंद्रों में मोबाइल फोन लेकर पहुंचे अभ्यर्थियों ने फोटो खींचे और लीक कर दिए।
शिमला/धर्मशाला, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) की कंडक्टर भर्ती की लिखित परीक्षा विवाद में घिर गई है। रविवार को राजधानी शिमला व कांगड़ा जिले के शाहपुर स्थित परीक्षा केंद्रों में मोबाइल फोन लेकर पहुंचे अभ्यर्थियों ने फोटो खींचे और लीक कर दिए। शाहपुर के अभ्यर्थी का भेजा फोटो वायरल हो गया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर नकल व धोखाधड़ी के आरोप में मामला दर्ज किया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पेपर लीक होने की जांच का आदेश दिया है।
कांगड़ा जिले के शाहपुर में निजी संस्थान में बने केंद्र में परीक्षा सुबह 10 बजे शुरू हुई। इस दौरान अभ्यर्थी मनोज निवासी भोलका (जवाली) केंद्र में मोबाइल फोन लेकर पहुंच गया। उसने 10:22 मिनट पर प्रश्नपत्र को फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। फोटो दिन भर सोशल मीडिया पर वायरल होता रहा। शुरुआत में वायरल प्रश्नपत्र शिमला के परीक्षा केंद्र का बताया जा रहा था, लेकिन जांच में वायरल हुआ प्रश्नपत्र शाहपुर के परीक्षा केंद्र से लीक हुआ थआ। धर्मशाला के डीएसपी हेडक्वार्टर बलदेव शर्मा ने बताया कि पुलिस ने आरोपित अभ्यर्थी को गिरफ्तार कर लिया है।
उधर, शिमला के निजी विश्वविद्यालय में बने परीक्षा केंद्र में रोहड़ू निवासी अभ्यर्थी लक्की मोबाइल फोन लेकर पहुंच गया। उसने इसकी फोटो खींचकर भाई को वाट्सएप के जरिये भेज दी। जब तक उसे प्रश्नों के जवाब मिलते तब तक उसे पकड़ लिया गया। परीक्षा केंद्र में ड्यूटी दे रहे अधिकारियों ने प्रश्नपत्र लीक होने की सूचना पुलिस को दी। इसी दौरान आरोपित मौके से भागने में सफल रहा। पुलिस अधीक्षक मोहित चावला सहित डीएसपी दिनेश शर्मा भी मौके पर पहुंचे। छोटा शिमला थाना पुलिस ने शाम को लक्की को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि इसने मदद के लिए भाई को फोटो भेजी थी।
568 पदों के लिए हुई लिखित परीक्षा
रविवार को हिमाचल पथ परिवहन निगम में कंडक्टरों के 568 पदों को भरने के लिए लिखित परीक्षा रखी गई थी। हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर इस परीक्षा का आयोजन करवा रहा है। पूरे हिमाचल में 304 परीक्षा केंद्र बनाए थे, जबकि 60 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। कर्मचारी चयन आयोग ने भी मामले की रिपोर्ट तलब की है। एसपी शिमला मोहित चावला ने बताया कि पूछताछ की जा रही है।
चेकिंग में मिली छूट का फायदा उठाया
परीक्षा केंद्र में मोबाइल फोन लेकर जाने पर रोक है। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए परीक्षा केंद्रों में अभ्यर्थियों को निर्देश दिए थे कि मोबाइल फोन बाहर रखें। गहनता से चेकिंग नहीं हुई थी। उन्होंने इसी का फायदा उठाया।
मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कंडक्टर भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के मामले की जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले में जो भी दोषी होंगे उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि लिखित परीक्षाएं पारदर्शी तरीके से आयोजित की हों।
अध्यक्ष को आज सौंपेंगे रिपोर्ट
कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के सचिव जितेंद्र कंवर ने दोनों मामलों की पुष्टि करते हुए कहा कि परीक्षा केंद्र अधीक्षकों की रिपोर्ट सोमवार को आयोग अध्यक्ष के समक्ष पेश की जाएगी। गड़बड़ी में लिप्त अभ्यर्थी तीन साल तक आयोग की ओर से संचालित होने वाली परीक्षा में नहीं बैठ पाएंगे।
परीक्षा रद नहीं होगी
हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के अध्यक्ष ब्रिगेडियर सतीश कुमार ने कहा कि कंडक्टर भर्ती परीक्षा में पारदर्शिता बरती गई है। किसी ने पेपर लीक होने की सोशल मीडिया में अफवाह फैलाई, जो निराधार है। परीक्षा रद होने का कोई औचित्य नहीं है। जब परीक्षा हाल में पेपर शुरू हो गया तो फिर इसे लीक होना कैसे कहा जा सकता है। आयोग को बदनाम करने की साजिश सफल नहीं होगी। पुलिस हर पहलु से मामले की जांच कर रही है, आयोग पूरा सहयोग करेगा।