हार्ट अटैक आने पर कैसे बचाएं मरीज की जान, जानिए
how to recover during heart attack हार्ट अटैक आने पर कैसे मरीज की जान बचाई जा सकती है इसके बारे में नर्सों को प्रशिक्षण दिया गया।
पालमपुर, जेएनएन। नेताजी सुभाष कॉलेज ऑफ नर्सिंग में कार्डियक लाइफ सपोर्ट पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें हिमाचल के आठ नर्सिंग कॉलेज के विद्यार्थी एवं अध्यापक भाग ले रहे हैं। कार्यशाला का शुभारंभ शुक्रवार को एसडीएम पालमपुर पंकज शर्मा ने किया। इस दौरान उन्होंने नर्सिंग की छात्राओं को वोट के महत्व की विस्तार से जानकारी दी। नोडल अफसर पालमपुर डॉ. आरसी चंदेल एवं इलेक्शन कानूनगो संजीव थापा की ओर से ईवीएम को इस्तेमाल करने की प्रक्रिया का प्रदर्शन भी किया। वर्कशॉप में नर्सिग विशेषज्ञ प्रो. विनय कुमारी, बिंदु जोसफ, एमएम यूनिवर्सिटी मुलाना अंबाला में लेक्चरर असिस्टेंट प्रोफेसर मिस शिल्पा गुलेरिया एवं विवि एम कॉलेज ऑफ नर्सिंग नूरपुर की प्राचार्य अंकुर पठानिया ने बेसिक लाइफ सपोर्ट, एवं एडवांस्ड कार्डियक लाइफ सपोर्ट, पर सेमिनार में विस्तार से प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि मरीज को हॉर्ट अटैक होने पर दो तरह कीे प्रक्रियाएं अपनाई जाती हैं। बेसिक कार्डियक लाइफ सपोर्ट के तहत मरीज की मालिश, मुंह से सांस देने व विभिन्न तरह के टीके प्रयोग में लाए जाते हैं, जबकि एडवांस कार्डियक लाइफ सपोर्ट के तहत सभी कार्य मेकेनिजम के तहत होते हैं। इसमें मरीज के मुंह में ट्यूब डालकर आक्सीजन देने के साथ ही वेंटीलेटर से कनेक्ट करने व इलेक्ट्रिक शॉक देने की प्रक्रिया अपनाई जाती है। वहीं हार्ट में पंपिंग की जाती है।
वहीं पेस मेकर डालना व इंजेक्शन आदि के बाद मरीज को मशीनरी की सपोर्ट दी जाती है। उन्होंने बताया कि यह प्रक्रिया पूर्णतया मेकेनिकल व मशीनों पर निर्भर होती है। इस मौके पर विभिन्न नर्सिंग कॉलेज के 600 से अधिक प्रतिभागी उपस्थित रहे। इनमें जीएनएम, बीएससी, पोस्ट बेसिक बीएससी एवं एमएससी नर्सिंग की छात्राएं थीं। कॉलेज प्राचार्य वेंकटालक्ष्मी एवं मैने¨जग डॉयरेक्टर विशारद सूद ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए। चेयरमैन भुवनेश सूद ने ¨प्रसिपल, स्टाफ एवं विद्यार्थियों को वर्कशॉप की सफलता की बधाई दी।