रात दस बजे सजा मुख्यमंत्री का दरबार, खुले में बैठकर निपटाई लोगों की समस्याएं; पठानिया रहे आगे
CM Kangra Tour लंबे अरसे बाद पालमपुर पहुंचे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शनिवार रात दस बजे जनता दरबार लगाया।
पालमपुर, जागरण संवाददाता। लंबे अरसे बाद पालमपुर पहुंचे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शनिवार रात दस बजे जनता दरबार लगाया। इतना ही नहीं अपने ससुराल में जनता की समस्याओं को हल करवाने में वन मंत्री राकेश पठानिया ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मुख्यमंत्री के अंग-संग डटे राकेश पठानिया ने रात दस बजे के बाद लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में खुद आगे आते हुए एक-एक उनकी समस्या को सुनते हुए उसे मुख्यमंत्री के पास भेजा।
लंबे अरसे बाद जिला कांगड़ा के चार दिवसीय प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शनिवार को बैजनाथ और जयसिंहपुर में दिनभर विकास कार्यों को जनता को समर्पित किया तो उनका रात्रि ठहराव पालमपुर में था। लिहाजा उनके रात्रि ठहराव को देखते हुए विधानसभा के दूरदराज के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग विश्राम गृह में पहुंचे थे। यहां पर जनता देर रात तक मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का इंतजार करती रही। रात दस बजे के करीब पालमपुर पहुंचे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने खुले परिसर में जनता की शिकायतों और समस्याओं के समाधान के अधिकारियों को निर्देश दिए।
कंडबाड़ी क्षेत्र से आए ग्रामीण अमर सिंह, डीआर ठाकुर, प्रवीण वालिया व अन्यों ने यह मांग रखी कि उनके क्षेत्र की सात पंचायतों के लोगों को विद्युत विभाग से संबंधित कार्य करवाने के लिए बैजनाथ जाना पड़ता है, जबकि पालमपुर नजदीक है। लिहाजा ग्रामीणों ने विद्युत उपमंडल के अधीन अपने क्षेत्र को बैजनाथ की जगह पालमपुर करने की मांग उठाई।
गोपालपुर से पहुंचे ग्रामीणों ने चच्चियां में उपतहसील की मांग को रखा। सुंगल से आई महिलाओं ने विद्युतकृत हैंडपंप की मांग को उठाया, क्योंकि विगत दिनों क्षेत्र में फैले डायरिया के कारण ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा था। थुरल से पहुंचे लोगों ने जलशक्ति विभाग के कार्य को लेकर मुलाकात की। बंदला से प्रधान विजय भट्ट ने पालमपुर विधानसभा के लिए विकास खंड की मांग को मुख्यमंत्री से रखा।
नगर परिषद पालमपुर के वार्ड नंबर पांच और छह को मिलाने वाले पैदल मार्ग के लिए बनाने की मांग की। सीएसआइआर परिसर पालमपुर में रहने वाले 11 परिवारों की व्यथा कैप्टन श्याम लाल ने बताई। जयबीर सिंह ने सिद्धपुर क्षेत्र की चार पंचायतों के लिए सरकारी डिस्पेंसरी की मांग उठाई। इसके अतिरिक्त आयुर्वेदिक अस्पताल खोलने, करुणामूलक आधार पर नौकरी, रास्ता निर्माण, पंचायत में बास्केटबाॅल कोट बनाने की मांग ननाहर पंचायत में मुख्यमंत्री के समक्ष रखी गई। शराबी पिता से बचाने की गुहार लगाते हुए अपने लिए खर्चा दिलवाने की मांग थुरल से आई युवती ने उठाई। इसके लिए मौके पर पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए।